गाजीपुर : सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने एक बार फिर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बीएसपी सुप्रीमो मायावती (Akhilesh yadav and Mayawati ) को आड़े हाथ लिया है. गाजीपुर में शनिवार को उन्होंने कहा कि दलित और पिछड़ों की दुहाई देने वाले नेता अखिलेश यादव और मायावती आपस में ही लड़ रहे हैं. कुल मिलाकर ये दोनों दलित और पिछड़ों के दुश्मन बन गए हैं.
सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर शनिवार को गाजीपुर पहुंचे (omprakash Rajbhar in Gazipur ). ईटीवी भारत से बात करते हुए उन्होंने पल्लवी पटेल के बयान पर प्रतिक्रिया दी. पिछले दिनों सिराथू की विधायक पल्लवी पटेल ने 2024 के चुनाव के लिए विपक्षी दलों की एकता की वकालत की थी. ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि जहां परिवार में फूट होती है, वह विनाश की ओर जाता है. विपक्षी एकता को लेकर पल्लवी पटेल का बयान सार्थक है. विपक्षी एकता के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि जो पिछड़े और दलित की दुहाई देने वाले बड़े नेता अखिलेश यादव और मायावती आपस में लड़ रहे हैं. यही पिछड़े और दलित के दुश्मन है. अगर ये पिछड़े और दलित के हितैषी होते तो दोनों इकट्ठे हो जाते.
सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि अखिलेश और मायावती दोनों वोटों को अलग-अलग बांट देते हैं और उसका नुकसान आम लोगों को उठाना पड़ता है. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के कारण सरकारी नियुक्तियों में दलित और पिछड़ों का नुकसान हुआ. उन्होंने समाजवादी पार्टी पर प्रमोशन में आरक्षण खत्म करने का आरोप लगाया. बसपा और सपा के मतभेद का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि मायावती जी ने महापुरुषों के नाम पर जिले का नाम रखे थे तो अखिलेश यादव की सरकार ने उसे बदल दिया था. (omprakash rajbhar commented on Akhilesh yadav).
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में अखिलेश यादव को दिए गए निमंत्रण पर उन्होंने कहा कि जब जरूरत थी तब समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था. अब सपा को कांग्रेस की जरूरत नहीं है. अभी भाजपा और कांग्रेसी एक हैं.
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