गाजीपुर: सरकारी अस्पतालों में बेशक मरीजों को सरकारी दवाएं उपलब्ध न हो, लेकिन कूड़े के ढेर में पड़ी हुई जरूर मिल जाती हैं. ताजा मामला जिले के स्वास्थ्य विभाग का है. यहां गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली सरकारी दवाएं कूड़े के ढेर में पड़ी मिली हैं. इन दवाओं का उपयोग 2021 तक किया सकता है.
जरूरतमंदों तक नहीं पहुंच पाती हैं दवाएं
- यह सरकारी दवाएं अपीम फैक्ट्री के पास सड़क किनारे कूड़े के ढेर में पड़ी मिली हैं.
- कूड़े के ढेर में पड़ी मिली ये दवाएं वर्ष 2019 की बनी हुई हैं.
- इन दवाओं का उपयोग 2021 तक हो सकता है.
- राहगीरों ने इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन को दी.
- जिले के पीयूष मिश्रा की मां की जान समय पर दवा न मिलने के चलते चली गई थी.
- दवाओं की अहमियत समझने वाले पीयूष कचरे में पड़ी दवाओं को बोरे में भरकर सरकारी कार्यालयों में घूमते नजर आए.
- यह दवाएं जरूरतमंदों तक पहुंच सके और जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सके.
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दवा से जुड़े स्टॉक को चेक कराने और जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
डॉ.गिरीश चन्द्र मौर्या, सीएमओ