ETV Bharat / state

गाजीपुर: लहुरी काशी ने शहीद मेजर श्याम नारायण को दी नम आंखों से अंतिम विदाई - पुलवामा

सभी स्थानीय लोगों ने नम आंखों से विदाई दी. शहीद के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. गाजीपुर के लोगों को अपने मिट्टी के लाल की शहादत पर गर्व है.

लोगों ने शहीद को चीतनाथ श्मशान घाट पर नम आंखों से अंतिम विदाई दी.
author img

By

Published : Mar 4, 2019, 11:27 PM IST

गाजीपुर: जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों से मुठभेड़ में गाजीपुर के सीआरपीएफ जवान सूबेदार मेजर श्याम नारायण यादव गंभीर रूप से घायल हो गए. वह आतंकियों से हुई जंग तो जीत गए, लेकिन अस्पताल में इलाज के दौरान जिंदगी की जंग हार गए.

लोगों ने शहीद को चीतनाथ श्मशान घाट पर नम आंखों से अंतिम विदाई दी.

बाबतपुर हवाई अड्डे से उनका पार्थिव शरीर गाजीपुर उनके पैतृक गांव बिरनो के हसनपुर पहुंचा. सभी स्थानीय लोगों ने नम आंखों से विदाई दी. शहीद के परिवार के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल है. गाजीपुर के लोगों को अपने मिट्टी के लाल की शहादत पर गर्व है. गाजीपुर की जनता ने वीर शहीद को चीतनाथ श्मशान घाट पर नम आंखों से अंतिम विदाई दी.

शहीद श्याम नारायण को उनके गांव के लोग प्यार से पहलवान भी बुलाते थे. लोगों ने पहलवान भैया अमर रहे, आतंकवाद मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई. आम लोगों कि मांग थी कि जब तक पाकिस्तान में चल रहे आतंक की दुकान का चलाना बंद नहीं कर देता, तब तक समझौता एक्सप्रेस क्या, पाकिस्तान से कोई भी संबंध नहीं रखना चाहिए.

गाजीपुर: जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों से मुठभेड़ में गाजीपुर के सीआरपीएफ जवान सूबेदार मेजर श्याम नारायण यादव गंभीर रूप से घायल हो गए. वह आतंकियों से हुई जंग तो जीत गए, लेकिन अस्पताल में इलाज के दौरान जिंदगी की जंग हार गए.

लोगों ने शहीद को चीतनाथ श्मशान घाट पर नम आंखों से अंतिम विदाई दी.

बाबतपुर हवाई अड्डे से उनका पार्थिव शरीर गाजीपुर उनके पैतृक गांव बिरनो के हसनपुर पहुंचा. सभी स्थानीय लोगों ने नम आंखों से विदाई दी. शहीद के परिवार के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल है. गाजीपुर के लोगों को अपने मिट्टी के लाल की शहादत पर गर्व है. गाजीपुर की जनता ने वीर शहीद को चीतनाथ श्मशान घाट पर नम आंखों से अंतिम विदाई दी.

शहीद श्याम नारायण को उनके गांव के लोग प्यार से पहलवान भी बुलाते थे. लोगों ने पहलवान भैया अमर रहे, आतंकवाद मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई. आम लोगों कि मांग थी कि जब तक पाकिस्तान में चल रहे आतंक की दुकान का चलाना बंद नहीं कर देता, तब तक समझौता एक्सप्रेस क्या, पाकिस्तान से कोई भी संबंध नहीं रखना चाहिए.

Intro:लहुरी काशी ने अपने लाल को दी नम आंखों से अंतिम विदाई

गाजीपुर। जम्मू कश्मीर के अखनूर सेक्टर में आतंकियों के खिलाफ चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान, आतंकियों से मुठभेड़ में गाजीपुर का सीआरपीएफ जवान सूबेदार मेजर श्याम नारायण यादव गंभीर रूप से घायल हो गए। वह आतंकियों से जंग में तो जीत गए लेकिन अस्पताल में इलाज के दौरान जिंदगी की जंग हार गए।


Body:आज रात बाबतपुर हवाई अड्डे से उनका पार्थिव शरीर गाजीपुर उनके पैतृक गांव बिरनो के हसनपुर पहुंचा। सभी की आंखें नम आंखों से विदाई दी। परिवार के लोगों का रो रो कर बुरा हाल है। वहीं भारत माता की रक्षा के लिए अपने मिट्टी के लाल की शहादत उतना ही गर्व भी है।आज गाजीपुर की जनता ने वीर शहीद को चीतनाथ स्मशान घाट पर नम आंखों से अंतिम विदाई दी।


Conclusion:शहीद श्याम नारायण को उनके गांव के लोग प्यार से पहलवान भी बुलाते थे। लोगों ने पहलवान भैया अमर रहे, आतंकवाद मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। कोई राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। आम लोगों कि मांग थी कि जबतक पाक आतंक की दुकान चलाना बंद नहीं कर देता, तबतक समझौता एक्सप्रेस क्या पाकिस्तान से कोई भी संबंध नहीं रखना चाहिए।

बाइट - पीटीसी, विजुअल

उज्जवल कुमार राय, 7905590960
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.