गाजीपुर: जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों से मुठभेड़ में गाजीपुर के सीआरपीएफ जवान सूबेदार मेजर श्याम नारायण यादव गंभीर रूप से घायल हो गए. वह आतंकियों से हुई जंग तो जीत गए, लेकिन अस्पताल में इलाज के दौरान जिंदगी की जंग हार गए.
बाबतपुर हवाई अड्डे से उनका पार्थिव शरीर गाजीपुर उनके पैतृक गांव बिरनो के हसनपुर पहुंचा. सभी स्थानीय लोगों ने नम आंखों से विदाई दी. शहीद के परिवार के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल है. गाजीपुर के लोगों को अपने मिट्टी के लाल की शहादत पर गर्व है. गाजीपुर की जनता ने वीर शहीद को चीतनाथ श्मशान घाट पर नम आंखों से अंतिम विदाई दी.
शहीद श्याम नारायण को उनके गांव के लोग प्यार से पहलवान भी बुलाते थे. लोगों ने पहलवान भैया अमर रहे, आतंकवाद मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई. आम लोगों कि मांग थी कि जब तक पाकिस्तान में चल रहे आतंक की दुकान का चलाना बंद नहीं कर देता, तब तक समझौता एक्सप्रेस क्या, पाकिस्तान से कोई भी संबंध नहीं रखना चाहिए.