गाजीपुर: लहुरी काशी वासियों ने अपने गाजीपुर के लाल शहीद अश्विनी कुमार यादव को नम आंखों से अंतिम विदाई दी. इस दौरान पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए. शहीद की पत्नी ने कहा कि वह शहीद पति के सपने को पूरा करेंगी और अपनी बेटी को डॉक्टर बनाएंगी. इस दौरान वो ताली बजाकर पति की शहादत को सलाम करती नजर आईं.
शहीद की पत्नी अंशु यादव ने कहा कि 'दो छोटे-छोटे बच्चे हैं, उनका क्या होगा? मेरे पति बेटी को डॉक्टर बनाना चाहते थे. ताकि बेटी के नाम के साथ डॉ. आयशा यादव डॉटर ऑफ अश्विनी कुमार यादव लिखा जाए. उनका सपना अब मैं पूरा करूंगी.
उप महानिरीक्षक सीआरपीएफ चंदौली रेंज दर्शन लालगोला शहीद अश्विनी कुमार यादव को श्रद्धांजलि देने पहुंचे. ईटीवी भारत से उन्होंने बताया कि अश्विनी कश्मीर हंदवाड़ा में उग्रवादियों का सामना करते हुए शहीद हो गए. शहीद होने से पहले अश्विनी और उनके साथियों ने उग्रवादियों को धूल चटा दी. इस दौरान वह वीरगति को प्राप्त हुए.
उन्होंने बताया कि शहीद की पत्नी को शहीद का वर्तमान वेतन जीवन पर्यंत दिया जाएगा. परिजनों को तकरीबन एक करोड़ रुपये की धनराशि मिलेगी. वहीं बच्चों की शिक्षा के लिए 12वीं तक दोनों बच्चों को 27 हजार रुपये सालाना राशि दी जाएगी.
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उपमहानिरीक्षक ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने आज शहीद के परिवार को 50 लाख रुपए और एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा की है.