गाजीपुरः मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना (Chief Minister Mass Marriage Scheme) के अंतर्गत जिला प्रशासन की ओर से बुधवार को 236 जोड़ों का सामूहिक विवाह आयोजित किया गया. इस दौरान कई जोड़ों के सिंदूरदान न करने का मामला सामने आया. फर्जीवाड़ा खुलते ही प्रशासनिक अफसरों के हाथ-पांव फूल गए. जिन जोड़ों ने सिंदूरदान नहीं किया था उनसे मंच पर सिंदूरदान कराया गया, इसके बाद उन्हें प्रमाणपत्र दिए गए.
हिंदू विवाह में सिंदूरदान का विशेष महत्व है. इसके बिना विवाह पूर्ण नहीं माना जाता है. मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत जिले में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में कई जोड़ों के सिंदूरदान न करने का मामला सामने आया. इस समारोह में 236 जोड़े विवाह बंधन में बंधे. कई दूल्हों ने सिंदूरदान न करके दुल्हन के माथे पर सिर्फ टीका लगा दिया. यह फर्जीवाड़ा जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह, नगरपालिका अध्यक्ष सरिता अग्रवाल और मुख्य विकास अधिकारी ने मंच पर प्रमाणपत्र देते हुए पकड़ लिया.
इसके बाद जोड़ों से मंच पर ही सिंदूरदान करवाया गया. इसके बाद उन्हें प्रमाणपत्र दिए गए. मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य ने कहा कि जोड़ों की जांच की जा रही है. अगर कहीं कोई फर्जीवाड़ा सामने आएगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा. अफसरों से कहा गया है कि जिन जोड़ों ने सिंदूरदान नहीं किया है उनकी सारी सुविधाएं रोक दी जाएं. वहीं, जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह ने कहा कि यह आयोजन खासकर ऐसी गरीब लड़कियां जिनकी शादी नहीं हो पा रही थी उनके लिए था. सिंदूरदान न करने वाले जोड़ों से सिंदूरदान करवाकर शादी संपन्न कराई गई.