गाजीपुर: जिले के नगर इलाके में आमजन को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी शासन के द्वारा नगर पालिका को दी गई है. जिससे कि गर्मी के दिनों में राहगीरों सहित स्कूली बच्चों को शुद्ध पेयजल मिल सके. शहर में करोड़ों रुपए के सरकारी बजट से नगर पालिका परिषद गाजीपुर द्वारा प्रमुख चौराहों सहित पूरे नगर में पेयजल आपूर्ति संयंत्र स्थापित कराये गये थे. लेकिन उचित देख-रेख व सही ढंग से रख-रखाव न होने के कारण सारी की सारी मशीनें बंद होकर खराब हालत में सड़क व चौराहों पर धूल फांक रही हैं.
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साल 2017 में लगा था नगर में आरो प्लांट
जनपद गाजीपुर के नगर पालिका क्षेत्र में साल 2017 में आमजन को शासन की मंशा के अनुसार शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए कई चौराहों पर आरो प्लांट की स्थापना की गई थी. जिससे कि आसपास के लोगों के साथ ही आने-जाने वाले राहगीरों को भी शुद्ध पेयजल मिल सके. लेकिन नगर पालिका में टेंडर और ठेके के नाम पर जमकर की जा रही वसूली की भेंट यह आरो प्लांट भी चढ़ गई. जिले में 20 से ऊपर आरो प्लांट लगे हैं, लेकिन इनमें से एक भी पेयजल से लोगों को पानी नहीं मिल पाता है. इन समस्याओं को लेकर छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष दीपक उपाध्याय ने इन सभी आरो प्लांट को सही कराकर तत्काल चालू करने का एक पत्र भी एसडीएम सदर को सौंपा है. इनकी मांग है कि अब कुछ ही दिनों बाद गर्मी का मौसम शुरू होने वाला है. लोगों को पेयजल की आवश्यकता पड़ेगी. ऐसे में अगर यह आरो प्लांट चालू हो जाते हैं तो लोगों को काफी राहत मिलेगी.
एसडीएम ने दुरुस्त कराने के दिए निर्देश
एसडीएम सदर अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि इस मामले को लेकर एक पत्र प्राप्त हुआ है. जिसके संबंध में नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी को पत्र लिखा गया है. तत्काल आरो को दुरुस्त कराने का निर्देश भी दे दिया गया है.