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डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा बोले- नकल कराने वालों का खात्मा किया जाएगा

डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा सोमवार को गजीपुर पहुंचे. उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ की बैठक की. मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमार हर जिला नकल के लिए नहीं अकल के लिए जाना जाए. पेपर आउट कराने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.

डिप्टी सीएम
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Published : Nov 30, 2021, 9:32 AM IST

गाजीपुर: उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा सोमवार को मोहम्मदाबाद पहुंचे. उन्होंने विभागीय अधिकारियों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमारा हर जिला नकल के लिए नहीं अकल के लिए जाना जाए. माध्यमिक परीक्षाएं नकलविहीन परीक्षा संपन्न हो. कहा कि माध्यमिक परीक्षाएं पहले सरकारी विद्यालय, उसके बाद निजी विद्यालय और जब उसके बाद भी संख्या कम होगी तो वित्तविहीन विद्यालयों में यह परीक्षा संपन्न होगी.

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि नकलविहीन परीक्षा का जो दौर 2017 के बाद से चल रहा है वह चलता रहेगा. उन्होंने कहा कि सीएम के आदेश के अनुसार नकल कराने वाले या पेपर आउट कराने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. ऐसे लोगों को चिह्नित कर खत्म किया जाएगा. उन्होंने 2017 में भाजपा द्वारा जो घोषणा पत्र जारी किया गया था उसके सारे वादे पूरे किए गए हैं और जो वादे नहीं किए थे उन्हें भी पूरा किया गया है.

मीडिया से बात करते डिप्टी सीएम.

उदाहरण के तौर पर हमने कहा था कि 10 विश्वविद्यालय बनाएंगे. 12 विश्वविद्यालयों की स्वीकृति हो चुकी है. चार विश्वविद्यालय और होने वाले हैं. 4 सालों में 77 डिग्री कॉलेज बनकर तैयार हो गए हैं. हमने वादा नहीं किया था कि 250 विद्यालय बनाएंगे, लेकिन 250 विद्यालय बनाएं. 15 सालों में 48 विद्यालय बने थे. पौने पांच लाख के आसपास सरकारी नौकरिया दे दी हैं. 3 लाख संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति की है. संविदा के दो लाख रोजगार सृजन का काम किया है. गन्ना किसानों के मूल्य के भुगतान पर कहा कि सारा भुगतान किया है और यह क्रम में चलता रहता है. डेढ़ लाख करोड़ से ऊपर का गन्ना का भुगतान किया. बसपा सरकार से लेकर वर्तमान सरकार तक के बकाए का भुगतान किया है.

यह भी पढ़ें: TET पेपर लीक के जिम्मेदार सीएम योगी, उनके घर कब चलेगा बुलडोजर : अजय कुमार लल्लू

एक दिन पूर्व यूपी टीईटी को पेपर आउट होने पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पहले ही घटना पर इतना सख्त निर्णय ले लिया है. कोई दृढ़ निश्चय मुख्यमंत्री ही ऐसा निर्णय ले सकता है. विपक्ष जो भी कहता है वह हास्यास्पद है. पहले नकल व्यवसाय था, अब नकल के पहले ही कड़ी कार्रवाई कर दी जा रही है. वहीं, संस्कृत महाविद्यालय में टीचरों की कमी को लेकर कहा कि सारी कमियों को पूरा कर लिया गया है और महाविद्यालयों में अवकाश प्राप्त शिक्षकों से कमी को पूरा कर लिया जाएगा.

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गाजीपुर: उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा सोमवार को मोहम्मदाबाद पहुंचे. उन्होंने विभागीय अधिकारियों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमारा हर जिला नकल के लिए नहीं अकल के लिए जाना जाए. माध्यमिक परीक्षाएं नकलविहीन परीक्षा संपन्न हो. कहा कि माध्यमिक परीक्षाएं पहले सरकारी विद्यालय, उसके बाद निजी विद्यालय और जब उसके बाद भी संख्या कम होगी तो वित्तविहीन विद्यालयों में यह परीक्षा संपन्न होगी.

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि नकलविहीन परीक्षा का जो दौर 2017 के बाद से चल रहा है वह चलता रहेगा. उन्होंने कहा कि सीएम के आदेश के अनुसार नकल कराने वाले या पेपर आउट कराने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. ऐसे लोगों को चिह्नित कर खत्म किया जाएगा. उन्होंने 2017 में भाजपा द्वारा जो घोषणा पत्र जारी किया गया था उसके सारे वादे पूरे किए गए हैं और जो वादे नहीं किए थे उन्हें भी पूरा किया गया है.

मीडिया से बात करते डिप्टी सीएम.

उदाहरण के तौर पर हमने कहा था कि 10 विश्वविद्यालय बनाएंगे. 12 विश्वविद्यालयों की स्वीकृति हो चुकी है. चार विश्वविद्यालय और होने वाले हैं. 4 सालों में 77 डिग्री कॉलेज बनकर तैयार हो गए हैं. हमने वादा नहीं किया था कि 250 विद्यालय बनाएंगे, लेकिन 250 विद्यालय बनाएं. 15 सालों में 48 विद्यालय बने थे. पौने पांच लाख के आसपास सरकारी नौकरिया दे दी हैं. 3 लाख संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति की है. संविदा के दो लाख रोजगार सृजन का काम किया है. गन्ना किसानों के मूल्य के भुगतान पर कहा कि सारा भुगतान किया है और यह क्रम में चलता रहता है. डेढ़ लाख करोड़ से ऊपर का गन्ना का भुगतान किया. बसपा सरकार से लेकर वर्तमान सरकार तक के बकाए का भुगतान किया है.

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एक दिन पूर्व यूपी टीईटी को पेपर आउट होने पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पहले ही घटना पर इतना सख्त निर्णय ले लिया है. कोई दृढ़ निश्चय मुख्यमंत्री ही ऐसा निर्णय ले सकता है. विपक्ष जो भी कहता है वह हास्यास्पद है. पहले नकल व्यवसाय था, अब नकल के पहले ही कड़ी कार्रवाई कर दी जा रही है. वहीं, संस्कृत महाविद्यालय में टीचरों की कमी को लेकर कहा कि सारी कमियों को पूरा कर लिया गया है और महाविद्यालयों में अवकाश प्राप्त शिक्षकों से कमी को पूरा कर लिया जाएगा.

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