गाजीपुरः जिले के मोर्चरी हाउस में पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे शव को बदलने का मामला सामने आया है. सोमवार को जंगीपुर थाना क्षेत्र के एक युवक की सड़क हादसे में मौत हो गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इसके बाद परिजनों को मोर्चरी में रखी लावारिस लाश का पोस्टमार्टम कराकर सौंप दिया गया. परिजन शव लेकर अंतिम संस्कार के लिए घाट पर पहुंच गए. शव को चिता पर लिटा भी दिया गया. इसी दौरान विदेश में रह रहे मृतक के भाई का फोन आया और उसने वीडियो कॉलिंग से भाई का चेहरा देखने की बात कही. तब जाकर मामले का खुलासा हुआ.
ग्रामीण रामू ने बताया कि सहादतपुर के रहने वाले रविंद्र यादव की सड़क हादसे में मौत हो गई थी. पुलिस ने मृतक रविंद्र का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. मंगलवार को पोस्टमार्टम हाउस पर पंचनामा करते वक्त पुलिस से हुई भूल के कारण मोर्चरी में रखी एक लावारिस लाश का पोस्टमार्टम कराकर रविंद्र के परिजनों को सौंप दिया गया. पुलिस ने परिजनों से कहा कि शव काफी क्षत-विक्षत हो गया है. इसलिए चेहरा देखने की जरूरत नहीं है. पुलिस के समझाने पर परिजन पोस्टमार्टम हाउस से मिली डेड बॉडी को रविंद्र का शव समझकर अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट पहुंच गए.
ग्रामीण ने बताया कि इसी दौरान विदेश में रहने वाले रविंद्र के भाई ने वीडियो कॉलिंग के जरिए आखिरी बार अपने भाई का चेहरा देखने की बात कही. परिजनों ने उसे रविंद्र का चेहरा दिखाया. इसके बाद हंगामा मच गया. रविंद्र के भाई ने कहा कि ये रविंद्र नहीं है. ये कोई और है. उधर शव बदले जाने की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन में भी हड़कंप मच गया. पता चला कि अभी रविंद्र का शव पोस्टमार्टम हाउस में ही पड़ा है. उसका पोस्टमार्टम नहीं हुआ है. आनन-फानन थानाध्यक्ष जंगीपुर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचकर लावारिस शव के रूप में रखी गई मृतक रविंद्र की डेड बॉडी का पोस्टमार्टम शुरू करवाया और श्मशान घाट भेजी गई डेड बॉडी को वापस मंगाया गया.
ये भी पढ़ेंः कानपुर में सात माह से निलंबित चल रहे सिपाही ने की आत्महत्या