गाजीपुर: शहर कोतवाली क्षेत्र के रजागंज चौकी अंतर्गत वीर अब्दुल हमीद सेतु से आज गुरूवार की शाम एक 20 वर्षीय छात्रा ने नदी में छलांग लगा दी. घटना की जानकारी होते ही मौके पर राहगीरों की भीड़ जमा हो गई. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से काफी तलाश की. घंटे भर बाद लड़की का शव मिला. शव की पहचान के लिए मौके पर पहुंचे उसके पिता संतोष उपाध्याय ने लड़की की पहचान शालू उपाध्याय के रूप में की.
इस घटना के बाद से ही छात्रा के परिजनों का रो- रोकर बुरा हाल है. गांव में इस घटना के बाद से सन्नाटा पसरा हुआ है. मौके पर पहुंचे छात्रा के पिता संतोष उपाध्याय ने बताया कि वह गांव में किसी काम से गये थे. उनकी बेटी ने गाजीपुर जाने की बात लिखकर एक पन्ना अपनी मां के लिए छोड़ गई. इसके बाद टैंम्पू में सवार होकर वह गाजीपुर के लिए निकल गई. पिता ने बताया कि जब वह घर पहुंचे तो उनकी पत्नी ने उन्हें बेटी के हाथो लिखा हुआ कागज दिखाया. इसे देखकर उन्हें शक हुआ और वह तुरंत बाइक लेकर गाजीपुर के लिए निकल पडे़.
इसे भी पढ़े-आंसर शीट बदलने के आरोपी डेविड मारियो के पूर्व कर्मचारियों के ठिकानों पर ED की छापेमारी, मिले अहम दस्तावेज
पिता संतोष उपाध्याय ने बताया कि वह बाईक से अपनी बेटी को खोजते हुए हमीद सेतु पर पहुंचे तो उनकी नजर पुल पर पैदल चल रही बेटी पर पड़ी. जब मैने अपनी बेटी को रूकने के लिए आवाज लगाई तो उसने हाथ जोड़ते हुए पुल से उनके सामने ही नदी में छलांग लगा दी. पिता ने बताया कि वह उनकी सबसे होनहार बेटी थी. अपने तीनों बहनों में सबसे बड़ी बेटी थी. वह बीए तृतीय वर्ष की छात्रा थी. रजागंज चौकी इंचार्ज भूपेन्द्र कुमार निषाद ने बताया कि नदी में छलांग लगानी वाली छात्रा की पहचान हो गई है. इस मामले में जांच की जा रही है.
यह भी पढ़े-जबड़े में दबोचकर युवक को नहर में खींच ले गया था मगरमच्छ, 24 घंटे बाद मिला शव