गाजीपुरः जिले में वाणिज्य कर कार्यालय को डीएम की नोटिस के बाद आनन फानन में खाली कर दिया गया. वाणिज्यकर अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है. उनका कहना है कि डीएम की नोटिस के बाद दफ्तर को खाली कर दिया गया है.
कोतवाली थाना क्षेत्र के फुल्लनपुर रेलवे क्रासिंग पर पूर्व हिस्ट्रीशीटर स्व. कमलेश सिंह के घर में वाणिज्यकर का दफ्तर था. डीएम गाजीपुर ने तत्काल प्रभाव से दफ्तर खाली करने के आदेश दिया था. इसके बाद शनिवार को दफ्तर को खाली कर दिया गया. लोडर पर व्यापारियों की फाइलों व दफ्तर के सामान को लादकर भेजा गया. इस दफ्तर में जिले भर के व्यापारियों के वाणिज्यकर का लेखा-जोखा रखा था.तीन ट्रकों से कार्यालय का सामान खाली कराया गया.
इस बारे में जब वाणिज्य खंड 1 के असिस्टेंट कमिश्नर दीपक सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी की ओर से नोटिस मिली है. नोटिस में दफ्तर तुरंत खाली करने के लिए आदेश दिए गए थे.उसी कड़ी में आदेश का अनुपालन हो रहा है. जब उनसे पूछा गया कि कार्यालय कहां जाएगा तो उन्होंने कहा कि इस बारे में मुझे कुछ भी पता नहीं है. वाराणसी मंडल के उच्चाधिकारी आ रहे हैं, वहीं इस संबंध में निर्णय लेंगे कि आखिर दफ्तर कहां जाएगा. फिलहाल गाजीपुर में कोई भी स्थान अभी निश्चित नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर आवश्यकता पड़ी तो यह वाराणसी शिफ्ट हो जाएगा.
बता दें कि इस मकान में वाणिज्यकर का कार्यालय है. वह पिछले दो दशकों से इसी मकान में हैं. पहले इसे व्यापार कर कार्यालय के नाम से जाना जाता था. बताया जाता है कि इस मकान का मालिक स्वर्गीय कमलेश सिंह (प्रधान) माफिया मुख्तार अंसारी गैंग का प्रमुख सदस्य था. उसकी मृत्यु कुछ वर्ष पूर्व हो चुकी है. इस संपत्ति को लेकर कई लोगों का विवाद है. इस विवादित भूखंड में वाणिज्य कर कार्यालय होने से बिल्डिंग पर कार्रवाई नहीं हो पा रही थी. अब जिलाधिकारी की ओर से नोटिस भेजने के बाद माना जा रहा है कि जल्द ही इस मकान पर बुलडोजर गरज सकता है.