गाजीपुर: जिले के शेरपुर गांव के सिवान में जमानिया के रहने वाले बदरे आलम की 27 अप्रैल की रात गला रेतकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में यह तथ्य निकलकर आया कि बदरे आलम को किसी ने फोन कर बुलाया था. उसके बाद वह पूरी रात लापता रहा. दूसरे दिन सुबह उसका गला कटा हुआ शव मिला था. इस मामले में पुलिस ने खुलासा करते हुए हत्या करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
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बताया जाता है कि हत्या के आरोपी संदीप गुप्ता ने बदरे आलम से एक लाख रुपये उधार लिया था. वह उधार अब बढ़कर 4.5 लाख रुपये हो गया था. इसके लिए बदरे आलम लगातार दबाव डाल रहा था.
वहीं, कुछ दिनों पहले बदरे आलम का साथी अब्बास जो बदरे आलम के साथ मिलकर हीरोइन का धंधा करता था और अब उससे अलग हो गया था, उसे लगता था कि उसके यहां पड़ने वाली पुलिस की रेड में बदरे आलम का हाथ होता है. इसी को लेकर अब्बास ने संदीप और सोनू को 20 लाख रुपये का सुपारी दी. इसमें 50 हजार रुपये एडवांस भी दिया. संदीप गुप्ता इस लालच में इस हत्या में शामिल हो गया कि उसे दो तरह का लाभ मिल रहा था. उसका बकाए की मांग करने वाला खत्म हो जाएगा. दूसरा बैठे-बिठाए एक मोटी रकम उसके पास आ जाएगी.
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इस हत्या के मामले में उसका कहीं से नाम भी नहीं आएगा लेकिन पुलिस ने हत्या की रात आई फोन को ट्रेस करना शुरू किया. फिर वह संदीप तक पहुंच गए जिसके बाद इन दोनों ने पूरे घटनाक्रम को पुलिस के सामने उगल दिया. पुलिस ने शुक्रवार को कार्रवाई करते हुए दोनों को मीडिया के सामने पेश कर जेल भेजने की कार्रवाई की. वहीं, अपराधियों के गिरफ्तारी में लगे पुलिस टीम को 10,000 इनाम की घोषणा की गयी. बताते चलें कि पकड़े गए दोनों आरोपियों का पूर्व में कोई आपराधिक इतिहास नहीं रहा है.
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