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दलालों के दलदल में फंसा आयुष्मान भारत कार्ड, सीएमओ ने कहा- रहें सावधान नहीं मिलेगा लाभ

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में आयुष्मान भारत योजना में लाभार्थी कार्ड बनवाने के नाम पर फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है. इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी जीसी मौर्य ने पैसे का प्रलोभन देकर आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनवाने या लिस्ट में नाम डलवाने वाले दलालों से सावधान रहने की बात कही है.

दलालों के दलदल में फंसा आयुष्मान भारत कार्ड
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Published : Sep 22, 2019, 11:01 PM IST

गाजीपुर: जिले में आयुष्मान कार्ड बनवाने के नाम पर फर्जीवाड़े के मामले आए दिन सामने आते हैं. आयुष्मान भारत योजना के एक वर्ष पूरे होने पर स्वास्थ्य विभाग के जनपद के लक्ष्यों और उपलब्धियों को मीडिया से साझा किया गया.

जानकारी देते मुख्य चिकित्सा अधिकारी

आयुष्मान भारत योजना कार्ड बनवाने में फर्जीवाड़ा-
गाजीपुर में बीते दिनों आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाने और लिस्ट में फर्जी तरीके से नाम डलवाने के कई मामले सामने आ चुके हैं. जिसको लेकर मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी जीसी मौर्य ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति पैसे की मांग कर फर्जी तरीके से लिस्ट में नाम डलवाने या गोल्डन कार्ड बनवाने के बाद करता है तो कार्ड फर्जी है. उसका कोई लाभ बनवाने वाले व्यक्ति को नहीं मिलेगा. जिस व्यक्ति का लिस्ट में नाम होगा केवल उसे ही इसका लाभ मिल पाएगा.

ये भी पढ़ें:-अखिलेश के तंज पर BJP बोली, सपा सरकार में लूटपाट-हमारी सरकार में गुड गवर्नेंस

गाजीपुर में अब तक लगभग 16 हजार मरीजों का इलाज हो चुका है. गाजीपुर में 20 आयुष्मान योजना से सम्बद्ध सूचीबद्ध अस्पताल हैं. जिनमें 17 प्राइवेट और 3 सरकारी अस्पताल शामिल हैं. जनपद में प्रधानमंत्री द्वारा देय 110,773 और मुख्यमंत्री द्वारा देय 11,907 लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए जा रहे हैं.गोल्डन कार्ड बनवाते समय दलालों से सावधान रहें.
-जीसी मौर्य,मुख्य चिकित्सा अधिकारी

गाजीपुर: जिले में आयुष्मान कार्ड बनवाने के नाम पर फर्जीवाड़े के मामले आए दिन सामने आते हैं. आयुष्मान भारत योजना के एक वर्ष पूरे होने पर स्वास्थ्य विभाग के जनपद के लक्ष्यों और उपलब्धियों को मीडिया से साझा किया गया.

जानकारी देते मुख्य चिकित्सा अधिकारी

आयुष्मान भारत योजना कार्ड बनवाने में फर्जीवाड़ा-
गाजीपुर में बीते दिनों आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाने और लिस्ट में फर्जी तरीके से नाम डलवाने के कई मामले सामने आ चुके हैं. जिसको लेकर मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी जीसी मौर्य ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति पैसे की मांग कर फर्जी तरीके से लिस्ट में नाम डलवाने या गोल्डन कार्ड बनवाने के बाद करता है तो कार्ड फर्जी है. उसका कोई लाभ बनवाने वाले व्यक्ति को नहीं मिलेगा. जिस व्यक्ति का लिस्ट में नाम होगा केवल उसे ही इसका लाभ मिल पाएगा.

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गाजीपुर में अब तक लगभग 16 हजार मरीजों का इलाज हो चुका है. गाजीपुर में 20 आयुष्मान योजना से सम्बद्ध सूचीबद्ध अस्पताल हैं. जिनमें 17 प्राइवेट और 3 सरकारी अस्पताल शामिल हैं. जनपद में प्रधानमंत्री द्वारा देय 110,773 और मुख्यमंत्री द्वारा देय 11,907 लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए जा रहे हैं.गोल्डन कार्ड बनवाते समय दलालों से सावधान रहें.
-जीसी मौर्य,मुख्य चिकित्सा अधिकारी

Intro:दलालों के दलदल में फंसा आयुष्मान भारत कार्ड, सीएमओ ने कहा रहें सावधान नहीं मिलेगा लाभ


खबर गाजीपुर से हैं। जहां गाजीपुर में आयुष्मान कार्ड बनवाने के नाम पर फर्जीवाड़े का मामला आए दिन सामने आते है। आयुष्मान भारत योजना के एक वर्ष पूरे होने पर स्वास्थ्य विभाग के जनपद के लक्ष्यों और उपलब्धियों को मीडिया से साझा किया गया। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी जीसी मौर्य ने पैसे का प्रलोभन देकर आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनवाने या लिस्ट में नाम डलवाने वाले दलालों से सावधान रहने की बात कही है।





Body:दरअसल गाजीपुर में बीते दिनों आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाने और लिस्ट में फर्जी तरीके से नाम डलवाने के कई मामले सामने आ चुके हैं। जिसको लेकर मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी जीसी मौर्य ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति पैसे की मांग कर फर्जी तरीके से लिस्ट में नाम डलवाने या गोल्डन कार्ड बनवाने के बाद करता है। तो कार्ड फ़र्ज़ी है। उसका कोई लाभ बनवाने वाले व्यक्ति को नहीं मिलेगा। जिस व्यक्ति का लिस्ट में नाम होगा केवल उसे ही इसका लाभ मिल पाएगा।





Conclusion:उन्होंने बताया कि गाजीपुर में अब तक लगभग 16 हज़ार मरीजों का इलाज हो चुका है। गाजीपुर में 20 आयुष्मान योजना से सम्बद्ध सूचीबद्ध अस्पताल हैं। जिनमें 17 प्राइवेट और 3 सरकारी अस्पताल शामिल हैं। जनपद में प्रधानमंत्री द्वारा देय  110,773 और मुख्यमंत्री द्वारा देय 11,907 लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए जा रहे हैं। उन्होंने विशेष तौर पर कहा कि गोल्डन कार्ड बनवाते समय दलालों से सावधान रहें। कार्ड बनवाने के लिए कोई भी शुल्क नहीं लगता।


बाइट - जीसी मौर्य ( मुख्य चिकित्सा अधिकारी ), विजुअल


उज्ज्वल कुमार राय, 7905590960


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