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8 घंटे करते थे लूट की नौकरी, खुलासे के बाद परिवार व पुलिस हैरान - नौकरी नहीं मिलने पर लूट

गाज़ियाबाद की इंदिरापुरम पुलिस ने ऐसे युवकोंं को गिरफ्तार किया है, जो परिवार वालों को नौकरी करने की बात कहकर चेन स्नेचिंग किया करते थे और फिर एक सुनार को सारा माल बेच दिया करते थे.

जानकारी देते एसपी सीटी
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Published : Jul 11, 2021, 8:03 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद : लॉकडाउन में जब कोई काम नहीं मिला तो दिल्ली के तीन युवक लुटेरे बन गए और लूट की नौकरी चुन ली. वे दिल्ली से गाजियाबाद आते थे. यहां 8 घंटे रोड पर महिलाओं पर निगाह रखते थे, जो महिला अकेली जा रही होती थी, उससे सोने की चेन लूट लिया करते थे. इसके बाद घर जाकर बताते थे कि वे नौकरी करके वापस लौटे हैं. इस पूरे खुलासे के बाद पुलिस भी हैरान है. आरोपियों का कनेक्शन एक दुकानदार से भी है.

गाजियाबाद में इंदिरापुरम पुलिस ने दिल्ली के नांगलोई इलाके के रहने वाले मनोज, अजय और संजय को पकड़ा है. इनके साथ दिल्ली के प्रेम नगर इलाके के रहने वाले रमेश शर्मा को भी पकड़ा गया है, जो एक ज्वेलरी शॉप का मालिक है. आरोपियों से लूटी गई सोने की 21 चेन बरामद हुई हैं, जिन्हें आज थाने की टेबल पर रखा गया तो देख कर लग रहा था मानो कोई सुनार की दुकान हो.

गाजियाबाद
लूट का बरामद सामान

आरोपियों ने अपने परिवार को भी नहीं बताया था कि वह लूटपाट करने के लिए जाते हैं. बल्कि वह बताते थे कि नौकरी करने जाते हैं, जिससे किसी को भी आरोपियों पर शक नहीं हुआ था. इसीलिए यह आरोपी अब तक पकड़े नहीं गए थे. हालांकि इनमें से दो पहले भी जेल जा चुके हैं. किसी नौकरी की तरह 8 घंटे गाजियाबाद की सड़कों पर रहने के बाद आरोपी दिल्ली में अपने घर लौट जाते थे. लूटे गए सोने के आभूषण ये ज्वेलरी शॉप मालिक रमेश को बेचा करते थे. इससे कमाई गई रकम को सभी आरोपी बराबर बांट लेते थे.

इसे भी पढे़ं-भाजपा विकास नहीं नफरत और झगड़ा फैलाने में लगी है- अखिलेश यादव

आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि लॉकडाउन में कोई काम नहीं मिला था. इसलिए इस अपराध की दुनिया में कदम रख दिया था. मकसद भले ही कोई भी रहा हो, लेकिन अपराध की दुनिया में कदम रखने का अंजाम हमेशा सलाखें होती हैं. पुलिस का कहना है कि यह पूरा गैंग पकड़ा जा चुका है, जिससे इंदिरापुरम की सड़कों पर चलने वाली महिलाओं के लिए बड़ी राहत होगी.

नई दिल्ली/गाजियाबाद : लॉकडाउन में जब कोई काम नहीं मिला तो दिल्ली के तीन युवक लुटेरे बन गए और लूट की नौकरी चुन ली. वे दिल्ली से गाजियाबाद आते थे. यहां 8 घंटे रोड पर महिलाओं पर निगाह रखते थे, जो महिला अकेली जा रही होती थी, उससे सोने की चेन लूट लिया करते थे. इसके बाद घर जाकर बताते थे कि वे नौकरी करके वापस लौटे हैं. इस पूरे खुलासे के बाद पुलिस भी हैरान है. आरोपियों का कनेक्शन एक दुकानदार से भी है.

गाजियाबाद में इंदिरापुरम पुलिस ने दिल्ली के नांगलोई इलाके के रहने वाले मनोज, अजय और संजय को पकड़ा है. इनके साथ दिल्ली के प्रेम नगर इलाके के रहने वाले रमेश शर्मा को भी पकड़ा गया है, जो एक ज्वेलरी शॉप का मालिक है. आरोपियों से लूटी गई सोने की 21 चेन बरामद हुई हैं, जिन्हें आज थाने की टेबल पर रखा गया तो देख कर लग रहा था मानो कोई सुनार की दुकान हो.

गाजियाबाद
लूट का बरामद सामान

आरोपियों ने अपने परिवार को भी नहीं बताया था कि वह लूटपाट करने के लिए जाते हैं. बल्कि वह बताते थे कि नौकरी करने जाते हैं, जिससे किसी को भी आरोपियों पर शक नहीं हुआ था. इसीलिए यह आरोपी अब तक पकड़े नहीं गए थे. हालांकि इनमें से दो पहले भी जेल जा चुके हैं. किसी नौकरी की तरह 8 घंटे गाजियाबाद की सड़कों पर रहने के बाद आरोपी दिल्ली में अपने घर लौट जाते थे. लूटे गए सोने के आभूषण ये ज्वेलरी शॉप मालिक रमेश को बेचा करते थे. इससे कमाई गई रकम को सभी आरोपी बराबर बांट लेते थे.

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आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि लॉकडाउन में कोई काम नहीं मिला था. इसलिए इस अपराध की दुनिया में कदम रख दिया था. मकसद भले ही कोई भी रहा हो, लेकिन अपराध की दुनिया में कदम रखने का अंजाम हमेशा सलाखें होती हैं. पुलिस का कहना है कि यह पूरा गैंग पकड़ा जा चुका है, जिससे इंदिरापुरम की सड़कों पर चलने वाली महिलाओं के लिए बड़ी राहत होगी.

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