गाजियाबाद: योगी सरकार दावा करती है कि पिछली सरकारों के मुकाबले उनकी सरकार में स्कूल की हालत में सुधार आया है, लेकिन गाजियाबाद के एक प्राथमिक विद्यालय की बात करें तो यहां सरकारी स्कूल की हालत बद से बदतर नजर आते हैं.
ईटीवी भारत की टीम प्राथमिक विद्यालय सदरपुर नंबर-1 और नगर क्षेत्र गाजियाबाद पहुंची. गाजियाबाद जिला मुख्यालय से चंद किलोमीटर की दूरी पर स्थित प्राथमिक विद्यालय की हालत काफी खराब नजर आई. प्राथमिक विद्यालय का मुख्य द्वार का गेट टूटा हुआ था, साथ ही स्कूल के अंदर की नाली में पानी भरा था.
बच्चों को फेंकनी पड़ती है शराब की बोतलें !
जब इलाके के स्थानीय लोगों से बातचीत की गई, तो लोगों ने बताया कि दिन में तो स्कूल में पढ़ाई होती है, लेकिन शाम होते ही ये स्कूल शराबियों का अड्डा बन जाता है, हालत यह है कि शराब की खाली बोतलें सुबह पढ़ाई शुरू करने से पहले स्कूल के बच्चों को वहां से फेंकनी पड़ती हैं.
टूटी हुई हैं स्कूल की दीवारें
स्कूल का मेन गेट टूटा हुआ है और स्कूल परिसर की पीछे की दीवारें भी टूटी हुई है. इससे स्कूल में आसपास के खेतों से आवारा जानवरों के आने का खतरा हमेशा बना रहता. स्कूल में पढ़ने वाले छात्र ने बताया कि स्कूल की सफाई भी छात्र समय-समय पर करते हैं या फिर अध्यापकों को ही करनी पड़ती है. वहीं प्रशासन उनकी तकलीफों को नजर अंदाज कर रहा है.