गाजियाबाद: एनसीआर में अक्सर देखा जाता है कि बाइक सवार बदमाश तेज रफ्तार में आते हैं और बाइक पर पीछे बैठा बदमाश लूट की वारदात को अंजाम देता है, इसके बाद दोनों बदमाश फरार हो जाते हैं, लेकिन लॉकडाउन के दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए बनाए गए एक बाइक पर एक सवार के नियम के कारण इस तरह के अपराध में काफी कमी आयी है.
बाइक पर दो सवारी नहीं बैठने से कम हुआ क्राइम
गाजियाबाद एसएसपी कलानिधि नैथानी का कहना है कि लॉकडाउन में दोपहिया वाहन को लेकर बदले नियमों की वजह से क्राइम रेट काफी कम हुआ है. उन्होंने बताया कि बाइक पर वारदात को अंजाम देने वाले बदमाश ज्यादातर दो की संख्या में होते हैं. अब इस समय दोपहिया वाहन पर दो सवारियों के बैठने पर पाबंदी है. ऐसे में चेन और मोबाइल लूट की वारदातें पूरी तरह से खत्म हो चुकी हैं. ये भी लॉकडाउन का एक सकारात्मक असर है.
आए दिन होती थी वारदातें
लॉकडाउन से पहले देखा गया था कि आए दिन गाजियाबाद के अलग-अलग इलाकों से चेन स्नैचिंग और मोबाइल लूट की वारदातें होती रहती थीं. अक्सर यह देखा जाता था कि दोपहिया वाहन पर दो बदमाश आते थे और तेज रफ्तार में महिलाओं से चेन लूटकर फरार हो जाते थे. इसी तरह से मोबाइल की लूट भी होती थी, लेकिन अब लॉकडाउन का नियम इन वारदातों में कमी आने की मुख्य वजह बन गया है.
कोरोना वायरस के चलते बनाया गया है नियम
इस खबर को सुनने के बाद ज्यादातर लोग चाहते हैं कि बाइक पर यह नया नियम हमेशा के लिए बना रहे. हालांकि, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह नियम कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए बनाया गया है और स्थिति सामान्य होने के बाद दोपहिया वाहन के लिए भी पहले जैसे नियम लागू हो जाएंगे.