नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद (Jitin Prasada) भाजपा में शामिल हो गए. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने प्रसाद को बीजेपी की सदस्यता दी. जितिन प्रसाद के बीजेपी में शामिल होने पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि यदि प्रियंका के हाथों में कांग्रेस की कमान होती तो जितिन बीजेपी में नहीं जाते.
उन्होंने कहा, हम पिछले तीन पीढ़ियों से कांग्रेस पार्टी से जुड़े थे. लेकिन सवाल यह है कि मैं किस दल में जा रहा हूं और क्यों. आज देश में सिर्फ बीजेपी ही सही में मायने संस्थागत दल है, बाकी दल तो व्यक्ति विशेष के दल हैं. वहीं जितिन प्रसाद के बीजेपी में शामिल होने पर आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishnam) ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि तकलीफ हो रही है. बहुत अच्छे नेता हैं और मेरे काफी करीबी हैं. उनके कांग्रेस छोड़ने पर निजी रूप से मुझे बहुत दुख पहुंचा है. कांग्रेस पार्टी ने जितिन प्रसाद को बहुत सम्मान दिया.
पार्टी की कमान प्रियंका गांधी के हाथ में होती तो...
उन्होंने बीजेपी पर जितिन प्रसाद को अपने जाल में फंसाने का आरोप लगाया है. जितिन प्रसाद अभी तक बीजेपी और योगी सरकार को ब्राह्मण विरोधी बताते थे. ऐसे में उनके सामने चुनौती होगी कि वह ब्राह्मण वोटरों को कैसे मनाएंगे कि बीजेपी ब्राह्मणों के लिए काम करने वाली पार्टी है. उन्होंने यह भी कहा है कि कांग्रेस इस वक्त अपने संकट के दौर से गुजर रही है. अगर पार्टी की कमान प्रियंका गांधी के हाथों में होती तो जितिन प्रसाद जैसे नेता पार्टी छोड़कर बाहर नहीं जाते.
आचार्य प्रमोद कृष्णम का ट्वीट
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ट्वीट कर लिखा कि आप तो कहते थे कि भाजपा ब्राह्मण विरोधी पार्टी है. बड़ी तकलीफ हुई आपके जाने से,चलिये अब चुनाव के कुरुक्षेत्र में मुलाकात होगी. नया सफ़र मुबारक हो.