गाजियाबाद: जिले की हवा का मिजाज बदलना शुरू हो गया है. दिल्ली-NCR से सटे पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिसकी वजह से प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. गाजियाबाद भी वायु प्रदूषण की चपेट में है. जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) अत्यंत खराब श्रेणी में पहुंच गया है.
गाजियाबाद के लोनी इलाके के प्रदूषण स्तर की बात करें तो यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स जिले में सबसे ज्यादा दर्ज किया गया है. लोनी का एयर क्वालिटी इंडेक्स 344 दर्ज किया गया है जो कि अत्यंत खराब श्रेणी में है.
गाजियाबाद के विभिन्न इलाकों का प्रदूषण स्तर:-
क्रम संख्या | स्थान | प्रदूषण स्तर |
1. | इंदिरापुरम | 293 |
2. | वसुंधरा | 292 |
3. | संजय नगर | 296 |
4. | लोनी | 344 |
प्रशासन ने प्रदूषण फैलाने वालों पर की सख्ती
हालांकि लगातार बढ़ रहे प्रदूषण स्तर को मद्देनजर रखते हुए प्रशासन ने सख्ती शुरू कर दी है. हिंडन विहार इलाके में रविवार को प्रशासन की टीम ने प्रदूषण फैला रही फैक्ट्री और गोदामों पर छापेमारी कर अवैध रूप से चल रही 6 फैक्टरियों और गोदामों को सील किया था. जबकि सोमवार को लोनी इलाके में अवैध रूप से चल रहे वाहनों पर भी सीलिंग की कार्रवाई की गई.
एयर क्वालिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 40-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वालिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है.