गाजियाबाद: गाजियाबाद के जाने-माने सन्त श्री नारायण गिरी ने पटाखों को लेकर विवादित बात कही है. उन्होंने कहा कि प्रशासन तो कुछ भी कहता है, वह करना जरूरी नहीं होता है. पटाखे तो जलेंगे, क्योंकि ये परंपरा का हिस्सा हैं. इससे कीड़े मकोड़े मरते हैं. इसलिए पटाखे जलाना जरूरी है. महंत नारायण गिरी का ये बयान अब जमकर वायरल हो रहा है.
पटाखों पर एनजीटी की रोक
बता दें कि इस दिवाली प्रदूषण को देखते हुए पटाखों पर एनजीटी ने रोक लगाई है, जिसके बाद प्रशासन ने सभी जगह सख्ती की है. पटाखे बेचने को लेकर प्रशासन लगातार अभियान चला रहा है और जागरूकता मिशन भी चलाया जा रहा है. लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि वह पटाखे न जलाएं, लेकिन इस बीच महंत नारायण गिरी का बयान वायरल होने से पटाखों को लेकर, एक संत की यह राय, चर्चा का विषय बनी हुई है.
बच्चों-बुजुर्गों-महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक पटाखे
एक तरफ श्री महंत नारायण गिरी कह रहे हैं कि पटाखे जलाने से कीड़े-मकोड़े मरते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि पटाखे भी जलेंगे और दीये भी जलेंगे, क्योंकि दिवाली है धूमधाम से मनेगी. वहीं दूसरी तरफ लगातार एनजीटी और प्रशासन लोगों को जागरूक करके बता रहा है कि पटाखे जलाने से प्रदूषण बढ़ेगा और सबसे ज्यादा खतरनाक होगा. सांस के मरीजों बच्चों और महिलाओं के अलावा बुजुर्गों के लिए स्थिति और खतरनाक हो सकती है.