गाजियाबाद: वर्ष 2018 के मुकाबले वर्ष 2019 में गाजियाबाद के क्राइम ग्राफ में करीब 25 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली थी. वर्ष 2020 में अपराध पर लगाम लगाने के लिए गाजियाबाद पुलिस ने रणनीति तैयार कर ली है. इसको लेकर ईटीवी भारत ने गाजियाबाद के एसएसपी सुधीर कुमार सिंह से बातचीत की.
'बीट सिस्टम को पुख्ता किया जाएगा'
गाजियाबाद के एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि जनपद गाजियाबाद में बीट सिस्टम को और अधिक पुख्ता किया जाएगा. गाजियाबाद में बाहर से आने वालों की तादाद काफी अधिक है और लोग किराएदार बदलते रहते हैं. एक ही कमरे में चार-पांच लोग किराये पर रहते हैं. पुलिस एक ऐसा दर्ज रजिस्टर बनायेगी, जिसमें प्रत्येक मकान में रह रहे किरायेदारों का विवरण होगा.
जब भी किराएदार बदलेगा तो मकान मालिक की जिम्मेदारी होगी कि वे पुलिस को स्थानीय स्तर पर उसकी जानकारी दें, जो बाहर के लोग गाजियाबाद में आ कर रहे हैं, उनकी पहचान हो सके.
'बॉर्डर पर की जाएगी चेकिंग की व्यवस्था'
एसएसपी का कहना है कि जनपद की पुलिस के लिए सबसे बड़ी समस्या दिल्ली बॉर्डर से अपराधियों का आवागमन है. दिल्ली का काफी लंबा बॉर्डर गाजियाबाद से लगा हुआ है, ऐसे में कुछ छोटी-छोटी गलियां और सड़कें हैं, जिनको क्रॉस करने पर दिल्ली में पहुंचा जाता है. ऐसे सभी प्वाइंट्स को चिन्हित कर चेकिंग की व्यवस्था की जाएगी. जिससे दिल्ली से गाजियाबाद आकर अपराध करने वाले अपराधियों पर अंकुश लग सके. इससे स्नैचिंग, वाहन चोरी की घटनाओं पर भी लगाम लगेगी.
'चलाया जाएगा विशेष अभियान'
वर्ष 2019 में जिन अपराधियों को गाजियाबाद पुलिस पकड़ने में कामयाब नहीं हुई उन तमाम अपराधियों की सूची तैयार कर, उनको पकड़ने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जाएगा.