गाजियाबाद: कोरोना काल के बीच अपनी जान जोखिम में डालकर पुलिसकर्मी एक योद्धा की भूमिका निभाते हुए दूसरे लोगों की जान बचाने की कोशिश कर रहे हैं. पुलिसकर्मी कोरोना काल में जनता से कानून का पालन करवाने के साथ ही इंसानियत का भी परिचय दे रहे हैं.
बिसोखर में किराए के मकान में अकेली रहती थी महिला
मोदीनगर के बिसोखर गांव में सालों से अकेली किराए पर रहने वाली बुजुर्ग महिला शांति की बीमारी के चलते मौत हो गई थी. इसकी सूचना पर गोविंदपुरी चौकी प्रभारी राजेश बाबू और सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र बालियान टीम के साथ मौके पर पहुंचे. उनको जानकारी मिली कि वृद्धा के पति का बहुत पहले ही स्वर्गवास हो चुका था. उसके कुछ समय बाद महिला के इकलौते बेटे की दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी. ऐसे में वृद्धा बिसोखर में किराए पर अकेली रहकर जैसे-तैसे अपना भरण-पोषण कर रही थी, लेकिन सोमवार शाम उसकी अचानक मौत हो गई.
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अस्थियों को किया जाएगा गंगा में प्रवाहित
महिला के बेसहारा होने के कारण पुलिसकर्मियों ने स्थानीय लोगों से उनका अंतिम संस्कार करने का निवेदन किया, लेकिन लोगों ने मनाकर दिया. इसके बाद स्वयं पुलिस शव को वाहन में रखकर श्मशान घाट ले गई और पूरे रीति-रिवाज से उनका अंतिम संस्कार कराया. गोविंदपुरी चौकी प्रभारी राजेश बाबू का कहना है कि शव के फूल चुगने का काम भी पुलिस करेगी और उनको गंगा में प्रवाहित किया जाएगा.
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गोविंदपुरी चौकी प्रभारी को मिली थी महिला की मौत की खबर
मोदीनगर के गोविंदपुरी चौकी प्रभारी राजेश बाबू ने बताया कि उनको सूचना मिली थी कि बिसोखर में एक महिला किराए के मकान पर रहती थी, जिसकी मृत्यु हो गई है. सूचना के बाद वह सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र बालियान और हेड कॉन्स्टेबल अजयवीर के साथ मौके पर पहुंचे. जहां उनको पता लगा कि यह महिला लावारिस है. उनका कोई भी नहीं है.