गाजियाबाद: दिल्ली से सटे गाजियाबाद में लोनी पुलिस ने ऑटो ड्राइवर की हत्या की ब्लाइंड मिस्ट्री को करीब डेढ़ महीने बाद सुलझा लिया है. लोनी के अशोक विहार इलाके में 17 जून को ऑटो चालक मोहिउद्दीन की लाश चाकू लगी हुई हालत में मिली थी. पुलिस के पास मामले में कोई सुराग नहीं था. सर्विलांस के जरिए पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनके नाम आफताब और मोनू हैं. दोनों दिल्ली से ऑटो में सवार होकर गाजियाबाद पहुंचे थे, लेकिन जब ऑटो ड्राइवर ने ऑटो का किराया मांगा, तो उसकी हत्या करके दोनों फरार हो गए थे.
ऑटो से हुई थी मृतक की पहचान
ऑटो ड्राइवर का शाव ऑटो के पास ही पड़ा हुआ था. चाकू से उसे बुरी तरह से गोदा गया था. इसके बाद पुलिस के भी होश उड़ गए थे. पास में जो ऑटो खड़ा था उसके नंबर से मृतक की पहचान हो पाई और पता चला कि मृतक मोहिउद्दीन था. इसके बाद पुलिस ने सभी बदमाशों की कुंडली खंगालनी शुरू की.
ऑटो ड्राइवर के विवाद और रंजिश के एंगल पर भी पुलिस ने जांच की, लेकिन कुछ हाथ नहीं लग रहा था. पूरे डेढ़ महीने की मेहनत के बाद सर्विलांस के माध्यम से सुराग हाथ लगा और आखिरकार दोनों आरोपियों को पकड़ा जा सका. दोनों आरोपी लोनी के ही रहने वाले हैं.
किराए के विवाद में हत्या
बताया जा रहा है कि दोनों आरोपियों को दिल्ली से लोनी आना था, लेकिन उनके पास रुपये नहीं थे. उन्होंने ऑटो ड्राइवर से ऑटो रुकवाया और लोनी चलने के लिए कहा. ऑटो ड्राइवर मोहिउद्दीन ने पहले मना किया कि देर हो चुकी है, उसे कहीं जाना है, लेकिन दोनों आरोपियों ने ऑटो ड्राइवर से काफी रिक्वेस्ट की और कहा कि वो लोनी पहुंचना चाहते हैं और डबल किराया देने को भी तैयार हैं, लेकिन जब ऑटो लोनी पहुंचा तो आरोपियों ने रुपये देने से इनकार कर दिया. ऑटो का किराया नहीं मिलने से ऑटो ड्राइवर इनके पीछे भागा, लेकिन आरोपियों ने चाकू निकाल कर उसकी हत्या कर दी.