ETV Bharat / state

गाजियाबाद: कूड़ा जलाने की घटनाएं रोकने में प्रशासन नाकाम! रेड जोन में पहुंचा प्रदूषण

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में प्रदूषण थमने का नाम नहीं ले रहा है. शनिवार को जिले में प्रदूषण स्तर 354 AQI दर्ज किया गया.

रेड जोन में पहुंचा गाजियाबाद का प्रदूषण.
author img

By

Published : Nov 23, 2019, 10:37 PM IST

गाजियाबाद: जिले में शनिवार को प्रदूषण स्तर रेड जोन तक पहुंच गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों की मानें तो शनिवार को गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर 354 AQI दर्ज किया गया. बावजूद इसके अवैध रूप से कूड़ा जलाने की घटनाएं लगातार देखने को मिल रही हैं.

रेड जोन में पहुंचा गाजियाबाद का प्रदूषण.

प्रदूषण नियंत्रण के लिए प्रशासन कर रहा कार्रवाई
बढ़ते प्रदूषण स्तर पर नियंत्रण करने के लिए गाजियाबाद जिला प्रशासन लंबे समय से कार्रवाई कर रहा है. एक तरफ जहां जिला प्रशासन द्वारा प्रदूषण फैलाने वाली कंपनियों पर ठोस कार्रवाई कर जुर्माना लगाया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ कूड़ा जलाने की घटनाओं पर लगाम लगाने में जिला प्रशासन नाकामयाब साबित होता नजर आ रहा है.

राजनगर एक्सटेंशन में जलाया जा रहा कूड़ा
जिला प्रशासन अवैध रूप से जलाए जा रहे कूड़े की रोकथाम के लिए लाख कवायदें कर रहा है, बावजूद इसके अवैध रूप से कूड़ा जलाने की घटनाएं देखने को मिल रही है. शनिवार को गाजियाबाद का पॉश इलाका कहे जाने वाले राजनगर एक्सटेंशन मे कूड़ा जलाने की तस्वीरें सामने आईं.

प्रदूषण से लोगों को हो रही परेशानी
आए दिन कूड़ा जलाए जाने के कारण गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर खतरनाक तरीके से बढ़ रहा है. कूड़ा जलने पर इसमें से जहरीली गैसें निकलती हैं जो कि सांस के रोगियों, गर्भवती महिलाओं, बच्चों के साथ-साथ आम लोगों के लिए भी बेहद खतरनाक हैं.

इसे भी पढ़ें- पराली जलाने वाले किसानों पर नजर रखने के लिए प्रशासन ने गठित की टीमें

गाजियाबाद: जिले में शनिवार को प्रदूषण स्तर रेड जोन तक पहुंच गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों की मानें तो शनिवार को गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर 354 AQI दर्ज किया गया. बावजूद इसके अवैध रूप से कूड़ा जलाने की घटनाएं लगातार देखने को मिल रही हैं.

रेड जोन में पहुंचा गाजियाबाद का प्रदूषण.

प्रदूषण नियंत्रण के लिए प्रशासन कर रहा कार्रवाई
बढ़ते प्रदूषण स्तर पर नियंत्रण करने के लिए गाजियाबाद जिला प्रशासन लंबे समय से कार्रवाई कर रहा है. एक तरफ जहां जिला प्रशासन द्वारा प्रदूषण फैलाने वाली कंपनियों पर ठोस कार्रवाई कर जुर्माना लगाया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ कूड़ा जलाने की घटनाओं पर लगाम लगाने में जिला प्रशासन नाकामयाब साबित होता नजर आ रहा है.

राजनगर एक्सटेंशन में जलाया जा रहा कूड़ा
जिला प्रशासन अवैध रूप से जलाए जा रहे कूड़े की रोकथाम के लिए लाख कवायदें कर रहा है, बावजूद इसके अवैध रूप से कूड़ा जलाने की घटनाएं देखने को मिल रही है. शनिवार को गाजियाबाद का पॉश इलाका कहे जाने वाले राजनगर एक्सटेंशन मे कूड़ा जलाने की तस्वीरें सामने आईं.

प्रदूषण से लोगों को हो रही परेशानी
आए दिन कूड़ा जलाए जाने के कारण गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर खतरनाक तरीके से बढ़ रहा है. कूड़ा जलने पर इसमें से जहरीली गैसें निकलती हैं जो कि सांस के रोगियों, गर्भवती महिलाओं, बच्चों के साथ-साथ आम लोगों के लिए भी बेहद खतरनाक हैं.

इसे भी पढ़ें- पराली जलाने वाले किसानों पर नजर रखने के लिए प्रशासन ने गठित की टीमें

Intro:दिल्ली एनसीआर का दिल कहे जाने वाले गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर आज रेड जोन में है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों की माने तो शनिवार को गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर 354 एकयूआई दर्ज किया गया. बढ़ते प्रदूषण स्तर पर नियंत्रण करने के लिए गाजियाबाद जिला प्रशासन लंबे समय से कार्यवाही कर रहा है. एक तरफ जहां जिला प्रशासन द्वारा प्रदूषण फैलाने वाली कंपनियों पर ठोस कार्यवाही कर जुर्माना लगाया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ कूड़ा जलाने की घटनाओं पर लगाम लगाने में जिला प्रशासन नाकामयाब साबित होता नजर आ रहा है.


Body:वीडियो में दिखाई गई तस्वीरें गाजियाबाद का पॉश इलाका कहे जाने वाले राजनगर एक्सटेंशन की हैं, जिला प्रशासन अवैध रूप से जलाए जा रहे कूड़े की रोकथाम के लिए लाख कवायदे कर रहा है बावजूद इसके अवैध रूप से कूड़ा जलाने की घटनाएं देखने को मिल रही है.




Conclusion:आए दिन कूड़ा जलाए जाने के कारण गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर खतरनाक तरीके से बढ़ रहा है. कूड़ा जलने पर इसमें से जहरीली गैसें निकलती हैं जो कि सांस के रोगियों, गर्भवती महिलाओं, बच्चों के साथ साथ आम लोगों के लिए भी बेहद खतरनाक हैं.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.