नोएडा: लोकसभा चुनाव में खर्च की निर्धारित सीमा 70 लाख रखी गई है, जिसके नजदीक कोई भी प्रत्याशी नहीं पहुंच सका है. वहीं खर्च के मामले में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी डॉ. महेश शर्मा पहले नंबर पर रहे हैं.
ज्यादातर निर्दलीय प्रत्याशियों ने तो एक लाख से कम में ही चुनाव लड़ लिया है. कुछ प्रत्याशी ऐसे भी हैं जिन्होंने आयोग द्वारा निर्धारित प्रचार भी नहीं किया है. आयोग ऐसे प्रत्याशियों की जांच करेगा और उसके बाद उन्हें नोटिस भी जारी करेगा.
आपराधिक मामलों का भी प्रचार
पहली बार आयोग ने नियम बनाया कि सभी प्रत्याशियों को अखबार और टीवी के माध्यम से यह भी प्रचार करना होगा कि उनके ऊपर अपराध के मामले दर्ज हैं या नहीं. प्रचार के माध्यम से ऐसा तीन बार करना होगा, लेकिन देखने में आया कि कुछ प्रत्याशियों को छोड़कर अन्य ने इसके जरिए प्रचार नहीं किया.
किसने किया कितना खर्च
प्रचार में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री डॉक्टर महेश शर्मा ने 42 लाख 88 हजार आठ सौ अठासी रुपये खर्च किए हैं. वहीं दूसरे नंबर पर कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. अरविंद सिंह ने 35 लाख 68 हजार आठ सौ इकतीस रुपये खर्च किए हैं और गठबंधन प्रत्याशी सतवीर नागर ने 24 लाख 73 हजार दो सौ पचहत्तर रुपये खर्च किए हैं.