नोएडा: हवा की रफ्तार धीमी होने से एक बार फिर से दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है. एक बार फिर से प्रदूषण का बड़ा ग्राफ तनाव बढ़ा सकता है. नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 336 और ग्रेटर नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 342 दर्ज किया गया है. 15 अक्टूबर से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान लागू है. इसके बावजूद डेढ़ महीने में करीब 4 बार प्रदूषण का ग्राफ 500 के करीब पहुंच चुका है.
नोएडा का बढ़ा AQI
नोएडा में UPPCB ने 4 स्टेशन पर इंस्टॉल किए हैं. जिसमें सेक्टर 62 स्टेशन में 334 AQI, सेक्टर 125 का स्टेशन में 321 AQI, सेक्टर 1 में 326 AQI और सेक्टर 116 में 361 AQI दर्ज किया गया है.
ग्रेटर नोएडा का बढ़ा AQI
सेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) की वेबसाइट के मुताबिक दिल्ली से भी ज्यादा प्रदूषित ग्रेटर नोएडा में है. ग्रेटर नोएडा में दो स्टेशन यूपीपीसीबी (उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) ने लगाए हैं. इसमें नॉलेज पार्क-III में एयर क्वालिटी इंडेक्स 332 और नॉलेज पार्क-V का एयर क्वालिटी इंडेक्स 351 दर्ज किया गया है. ग्रेटर नोएडा में औद्योगिक इकाइयां और कंस्ट्रक्शन साइट ज्यादा संख्या में है. ऐसे में ग्रेप के नियमों का सख्ती से पालन में उसको अथॉरिटीज को सुनिश्चित करना होगा.
शहर की फूलती सांस
नोएडा और ग्रेटर नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स खराब सीडी से बेहद खराब सीडी में पहुंच गया है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार आज से हवा की गति धीमी होनी शुरू हो जाएगी और एक बार प्रदूषण का ग्राफ बढ़ने लगेगा.