नई दिल्ली/नोएडा: ग्रेटर नोएडा के अत्याधुनिक इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में 48वें आईएचजीएफ दिल्ली मेले का उद्घाटन किया गया. इसका उद्घाटन केंद्रीय कपड़ा सचिव रवि कपूर ने बुधवार को किया. मेले का उद्घाटन करते हुए रवि कपूर ने समूचे उद्योग के विकास के लिए अपना विजन साझा किया है. उन्होंने कहा कि देश में शिल्प की विरासत और स्किल्स को देखते हुए हैंडीक्राफ्ट निर्यात को वर्तमान 26,590 करोड़ रुपये से एक लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की भरपूर संभावनाएं हैं.
110 देशों के खरीददार हुए शामिल
रवि कपूर ने कहा कि इससे छोटे दस्तकार से लेकर बड़े स्तर के निर्यातकों तक हर कोई लाभान्वित हो सकता है. इस मेले में 110 देशों से बड़ी संख्या में विदेशी खरीद समूह, खरीददार इस मेले में शामिल हुए. केंद्रीय कपड़ा सचिव रवि कपूर ने हैंडीक्राफ्ट पार्क खोलने, पर्यटन और क्राफ्ट को साथ लाकर उत्पादों और सोवेनियर्स से आगे बढ़कर पर्यटकों को एक बेहतरीन अनुभव उपलब्ध कराने पर भी बल दिया.
ईपीसीएच के महानिदेशक राकेश कुमार ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण और दीर्घकालिक विकास को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से इस बार शो में रिफ्यूज, रिड्यूस, रियूज और रिसाइकल पर ध्यान केंद्रित किया गया है. उन्होंने कहा कि मेले की साज सज्जा और आकर्षण को बढ़ाने के लिए प्लास्टिक, मेटल, वूड, फैब्रिक आदि की रद्दी का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके अलावा प्लास्टिक का इस्तेमाल घटाने की दिशा में परिषद आगंतुकों और प्रदर्शकों को पानी की प्लास्टिक बोतलों की जगह मेटल की बोतल दे रहे हैं.
'देश से निर्यात में दिल्ली मेले ने निभाई अहम भूमिका'
राकेश कुमार ने कहा कि आईएचजीएफ दिल्ली मेले ने देश से निर्यात को बढ़ाने में एक बेहद अहम भूमिका निभाई है. 1993-94 में जो निर्यात 2363 करोड़ का था, वह 2018-19 में बढ़कर 26,590 करोड़ पर जा पहुंचा है.
इसे भी पढ़ें:- लखनऊ: टेरर फंडिंग से जुड़े दो अभियुक्तों को एटीएस ने किया गिरफ्तार
शो के दौरान विभिन्न विषयों पर नॉलेज सेमिनार्स के साथ-साथ फैशन शो आयोजित किए जाएंगे और प्रदर्शकों की फैशन जूलरी, एक्सेसरीज और यूटिलिटी आइटम्स के साथ मॉडल रैंप वॉक करेंगी. जिससे प्रदर्शकों और विदेशी खरीदारों के इस पांच दिवसीय भव्य आयोजन में और भी ग्लैमर जुड़ेगा. ईपीसीएच दुनिया के विभिन्न देशों में भारतीय हस्तशिल्पों के निर्यात को बढ़ावा देने वाली और उच्च गुणवत्ता वाले हस्तशिल्पों और सेवाओं के विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में भारत की छवि को विदेशों में पेश करने वाली एक नोडल एजेंसी है.