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प्रयागराज महाकुंभ; नागा संन्यासी के साथ साधना करती है पेट डॉग 'सोमा', लगाती है तिलक - MAHAKUMBH 2025

जूना के नागा संन्यासी पूर्णा गिरी की पेट डॉग है 'सोमा'. मेला शिविर में उठा रही मेहमाननवाजी का लुत्फ.

महंत के जिगर का टुकड़ा है सोमा
महंत के जिगर का टुकड़ा है सोमा (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 12 hours ago

Updated : 11 hours ago

प्रयागराज : धर्म और आस्था की नगरी में महाकुंभ मेले की तैयारियां जोरों पर हैं. प्रयागराज में 13 जनवरी से लेकर 26 फरवरी तक महाकुंभ का आयोजन होना है. वहीं, महाकुंभ में नागा संन्यासियों की साधना का हिस्सा ऐसे बेजुबान जानवर भी बन रहे हैं, जो बरसों से उनके साथ हैं. जूना के नागा संन्यासी पूर्णा गिरी की सोमा भी उनकी साधना के समय उनके साथ रहती है. साधु संन्यासियों के लिए बेजुबान जानवर उनकी संतान की तरह हैं.

नागा संन्यासी के साथ साधना करती है पेट डॉग 'सोमा. (Video Credit; ETV Bharat)

महंत की गोद में इठलाती है : महाकुंभ में आने वाले 13 अखाड़ों के साधु संन्यासी. सच्चे मायने में ये अखाड़े महाकुंभ के मेहमान हैं. जूना अखाड़े के बाहर धूनी रमाए अपना शिविर लगाए बैठे इस अखाड़े के श्री महंत तारा गिरी से महंत के गोद में इठलाती सोमा महंत की जिगर का टुकड़ा है.

सोमा लगाती है तिलक: महंत तारागिरी की शिष्या पूर्णानंद गिरी बताती हैं कि साधु संतों के कोई परिवार या बच्चे तो होते नहीं हैं. ऐसे में यहीं पेट उनकी संतान है. इसे वह एक मेहमान की तरह रखती है. सोमा भी उनकी तरह तिलक लगाती है. अपनी जटाएं बंधवाती हैं. सोमा पूरी तरह सात्विक भोजन लेती है. सोमा जैसे कई बेजुबान जानवर नागा संन्यासियों कि शिविर में एक खास मेहमान नमाजी का लुत्फ उठा रहे हैं.

यह भी पढ़ें: गोरखपुर में सजा साहित्य और संस्कृति का मंच; पद्मश्री विश्वनाथ तिवारी ने कहा- शब्द के प्रभाव से बनती और बिगड़ती है सत्ता

यह भी पढ़ें: प्रयागराज महाकुंभ में तीनों नए कानूनों के प्रति जागरूकता के लिए लगेगी प्रदर्शनी, पुलिस बताएगी इनकी खूबियां

प्रयागराज : धर्म और आस्था की नगरी में महाकुंभ मेले की तैयारियां जोरों पर हैं. प्रयागराज में 13 जनवरी से लेकर 26 फरवरी तक महाकुंभ का आयोजन होना है. वहीं, महाकुंभ में नागा संन्यासियों की साधना का हिस्सा ऐसे बेजुबान जानवर भी बन रहे हैं, जो बरसों से उनके साथ हैं. जूना के नागा संन्यासी पूर्णा गिरी की सोमा भी उनकी साधना के समय उनके साथ रहती है. साधु संन्यासियों के लिए बेजुबान जानवर उनकी संतान की तरह हैं.

नागा संन्यासी के साथ साधना करती है पेट डॉग 'सोमा. (Video Credit; ETV Bharat)

महंत की गोद में इठलाती है : महाकुंभ में आने वाले 13 अखाड़ों के साधु संन्यासी. सच्चे मायने में ये अखाड़े महाकुंभ के मेहमान हैं. जूना अखाड़े के बाहर धूनी रमाए अपना शिविर लगाए बैठे इस अखाड़े के श्री महंत तारा गिरी से महंत के गोद में इठलाती सोमा महंत की जिगर का टुकड़ा है.

सोमा लगाती है तिलक: महंत तारागिरी की शिष्या पूर्णानंद गिरी बताती हैं कि साधु संतों के कोई परिवार या बच्चे तो होते नहीं हैं. ऐसे में यहीं पेट उनकी संतान है. इसे वह एक मेहमान की तरह रखती है. सोमा भी उनकी तरह तिलक लगाती है. अपनी जटाएं बंधवाती हैं. सोमा पूरी तरह सात्विक भोजन लेती है. सोमा जैसे कई बेजुबान जानवर नागा संन्यासियों कि शिविर में एक खास मेहमान नमाजी का लुत्फ उठा रहे हैं.

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Last Updated : 11 hours ago
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