फिरोजाबाद: जिला अस्पताल में सोमवार रात ऑक्सीजन की कमी से युवक विपिन की मौत हो गई. मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों ने परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया. बता दें कि इसके पहले भी सोमवार सुबह कन्नौज की रहने वाली ऊषा दुबे की मौत हुई थी.
मौत का सिलसिला जारी
ऑक्सीजन की कमी की वजह से देश भर में मरीजों की मौत का सिलसिला जारी है, लेकिन फिरोजाबाद जनपद में प्रशासन लगातार ये दावा कर रहा था कि मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है. यहां ऑक्सीजन के पर्याप्त इंतजाम हैं. सोमवार को इन दावों की पोल उस वक्त खुल गई, जब एक ही दिन में मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से दो लोगों की मौत हो गई.
दक्षिण थाना क्षेत्र के मोहल्ला हुमायूंपुर निवासी विपिन गर्ग को सोमवार सुबह सांस लेने में दिक्कत हुई तो परिजनों ने मेडिकल कॉलेज के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया. परिजनों का आरोप है कि मेडिकल कॉलेज के स्टाफ ऑक्सीजन की कमी बताकर भर्ती करने से कतरा रहे थे. किसी तरह बाद में ऑक्सीजन का इंतजाम हुआ, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी. ऑक्सीजन की कमी के चलते विपिन की मौत हो गई. विपिन की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया और तोड़फोड़ भी की.
यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की मौत हुई है. मेडिकल कॉलेज में भर्ती कन्नौज की रहने वाली मरीज ऊषा दुबे की भी सोमवार दोपहर को ऑक्सीजन की कमी से मौत हो गई. आईसीयू में ऑक्सीजन सप्लाई अचानक बाधित हो गई थी, जिस कारण ऊषा को समय से ऑक्सीजन नहीं मिल सका.
इसे भी पढ़ें : फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की सप्लाई बाधित, एक मरीज की मौत
'विपिन की हालत थी नाजुक'
मेडिकल कॉलेज के कार्यवाहक सीएमएस डॉ. आलोक शर्मा का इस बारे में कहना है कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी हो गई थी, लेकिन प्रयास किया जा रहा है कि यह कमी दूर हो जाए. मरीजों को पर्याप्त रूप से ऑक्सीजन उपलब्ध कराने का प्रयास जारी है. उन्होंने कहा कि विपिन गर्ग की हालत काफी नाजुक थी, इसलिए उन्हें नहीं बचाया जा सका.