फिरोजाबादः चूड़ियों के बिना किसी भी महिला का श्रृंगार और सुहाग दोनों ही अधूरे माने जाते हैं. करवा चौथ के त्योहार की हो तो यह त्यौहार सुहागिन स्त्रियों के लिए खास होता है. इस दिन सुहागिन स्त्रियां निर्जला व्रत रखकर अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं और शाम को सोलह श्रृंगार कर चंद्र देव को अर्ध्य देकर अपना व्रत खोलती हैं.
करवा चौथ के त्यौहार पर लाल रंग की चूड़ियां पहनना काफी शुभ माना जाता है. करवाचौथ के त्यौहार में कुछ ही दिन शेष बचे हैं, ऐसे में फिरोजाबाद का चूड़ी बाजार महिला ग्राहकों की आमद से गुलजार हैं. पिछले साल जो कोरोना वायरस के समय में कारोबार में सुस्ती देखने को मिली थी, उससे हटकर व्यापारियों को उम्मीद है शायद इस साल कुछ राहत मिले.
वैसे तो इस त्योहार पर लाल रंग की चूड़ियां पहनना काफी शुभ माना जाता है. लेकिन बदलते परिवेश में धार्मिक मान्यताएं भी बदली हैं. महिलाएं इन दिनों साड़ियों के मैचिंग वाली चूड़ियां ज्यादा खरीद रही हैं. इस भीड़ के कारण पिछले साल कोरोना के चलते जो बाजार में सुस्ती थी, वह दूर हो गई है. आंकड़ों के मुताबिक करवा चौथ पर पिछले साल चूड़ी का कारोबार दो करोड़ के आस-पास था. वह इस बार दोगुना लगभग 4 करोड़ के आस-पास हो गया है. बाजार में आए उछाल से कारोबारी खुश तो है लेकिन उनका कहना है कि पहले जैसे हालात अभी नहीं लौटे हैं.
चूड़ी कारोबारी राजीव जैन ने बताया कि इस साल सामान्य तौर पर लाल रंग की ही चूड़ियों की ज्यादा बिक्री होती है लेकिन इस साल महिलाएं साड़ियों के रंग के हिसाब से ही चूड़ियां खरीद रहीं है. उसने बताया कि जैसी महिलाओं की पसंद है, उसी हिसाब से दुकान में इंतजाम किये गये हैं. अलग अलग नामों से चूड़ियां बिक रहीं है.
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