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औवेसी का बीजेपी पर निशाना, कहा- उत्तराखंड की धर्म संसद में जहर उगलने वालों पर कब होगी कार्रवाई

UP Assembly Election 2022 : फिरोजाबाद जिले में शनिवार को एआईएमआईएम (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की जनसभा. ओवैसी का बीजेपी पर निशाना. उत्तराखंड की धर्म संसद के बहाने बीजेपी और आरएसएस को लिया आड़े हाथों.

औवेसी का बीजेपी पर निशाना
औवेसी का बीजेपी पर निशाना
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Published : Dec 25, 2021, 9:23 PM IST

फिरोजाबाद : UP Assembly Election 2022 : एआईएमआईएम (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तराखंड में हुई धर्म संसद के बहाने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है. यूपी के फिरोजाबाद में शनिवार को हुई एक जनसभा में ओवैसी ने कहा- उत्तराखंड की धर्म संसद में जिन लोगों ने जहर उगला, उन पर सरकार मेहरबान क्यों है. जबकि अगर कोई फेसबुक पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के खिलाफ टिप्पणी कर देता है, तो उसे पुलिस पकड़ लेती है.

ओवैसी ने कहा- धर्म संसद में जिस तरह से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को 6 गोलियां मारने की बात कही गयी है, और मुसलमानों को मारने की बात कही गयी है, उस पर आखिर सरकार खामोश क्यों है. इस दौरान ओवैसी ने नाथूराम गोडसे के लिए अमर्यादित अपशब्द का भी प्रयोग किया. साथ ही यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा- योगी सरकार का ध्यान कामकाज की बजाय जिलों का नाम बदलने पर है, लेकिन नाम बदलने से कुछ नहीं होगा.

औवेसी का बीजेपी पर निशाना

फिरोजाबाद में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उत्तराखंड में हुई धर्म संसद को बीजेपी और आरएसएस की सरपरस्ती हासिल है, इसलिए उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि जिस तरह धर्म संसद में एक सख्श ने बयान दिया कि वह अगर संसद में होता तो पूर्व प्रधानमंत्री को छह गोलियां मरता. उन्होंने कहा कि कम से कम पद की गरिमा का तो ध्यान रखा होता. उन्होंने कहा कि जब मैं सच बोलता हूं तो लोग कहते है कि ओवैसी भड़काऊ भाषण देता है. उन्होंने कहा कि मेरी बात किसी की समझ में नहीं आती तो यह उनकी समस्या है, मेरी नहीं.

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- लोग चाहते हैं कि मैं जालिम का साथ दूं, लेकिन में जालिम का साथ देने की बजाय मजरूव का साथ देता हूं. पीड़ित चाहे हिन्दू हो या फिर मुसलमान. ओवैसी ने कहा कि कानपुर में 80 साल के एक बुजुर्ग की दाढ़ी नोची गयी, उसके जिस्म पर पेशाब किया गया और लोग चाहते हैं कि मैं उनका जिक्र तक नहीं करूं, तो ऐसा कैसे हो सकता है. उन्होंने कहा कि कानपुर में मेरे द्वारा दिये गए बयान के 45 सेकेंड के वीडियो से लोगों को परेशानी है. लेकिन 45 मिनट का वीडियो किसी ने नहीं देखा.

उन्होंने कहा कि बीजेपी एवं अन्य सेक्युलर राजनीतिक पार्टियां मुसलमान के दिमाग से खेल रही हैं, लेकिन मुसलमानों को जुनून पैदा करने की जरूरत है, क्योंकि जुनून से ही मंजिल मिलती है. उन्होंने सीएए के विरोध में हुए दंगे में मारे गए लोगों के प्रति भी सहानुभूति जतायी. साथ ही अपने कार्यकर्ताओं से यह भी कहा कि वह मृतकों के परिजनों तक मेरी यह बात जरुर पहुंचा दें कि ओवैसी इनकी मौत से काफी दुखी है.

इसे भी पढ़ें- अटल जयंती पर अमेठी को मिला 10 अरब का तोहफा, नितिन गडकरी ने किया लोकार्पण व शिलान्यास

ओवैसी ने अलीगढ़ के एक विधायक का जिक्र किया और कहा कि जिस तरह जयंत चौधरी ने उन्हें अपने साथ खड़ा करने से इनकार कर दिया, यह मुसलमानों का अपमान है. लेकिन इसके लिए मैं जयंत चौधरी को नहीं, बल्कि अपनों को जिम्मेदार मानता हूं, क्योंकि वह उनके मंच पर गए क्यों. उनके लिए यह मंच तैयार है. उन्होंने योगी सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि यह सरकार काम काज करने की बजाय जिलों का नाम बदलने पर ज्यादा ध्यान दे रही है.

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फिरोजाबाद : UP Assembly Election 2022 : एआईएमआईएम (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तराखंड में हुई धर्म संसद के बहाने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है. यूपी के फिरोजाबाद में शनिवार को हुई एक जनसभा में ओवैसी ने कहा- उत्तराखंड की धर्म संसद में जिन लोगों ने जहर उगला, उन पर सरकार मेहरबान क्यों है. जबकि अगर कोई फेसबुक पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के खिलाफ टिप्पणी कर देता है, तो उसे पुलिस पकड़ लेती है.

ओवैसी ने कहा- धर्म संसद में जिस तरह से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को 6 गोलियां मारने की बात कही गयी है, और मुसलमानों को मारने की बात कही गयी है, उस पर आखिर सरकार खामोश क्यों है. इस दौरान ओवैसी ने नाथूराम गोडसे के लिए अमर्यादित अपशब्द का भी प्रयोग किया. साथ ही यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा- योगी सरकार का ध्यान कामकाज की बजाय जिलों का नाम बदलने पर है, लेकिन नाम बदलने से कुछ नहीं होगा.

औवेसी का बीजेपी पर निशाना

फिरोजाबाद में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उत्तराखंड में हुई धर्म संसद को बीजेपी और आरएसएस की सरपरस्ती हासिल है, इसलिए उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि जिस तरह धर्म संसद में एक सख्श ने बयान दिया कि वह अगर संसद में होता तो पूर्व प्रधानमंत्री को छह गोलियां मरता. उन्होंने कहा कि कम से कम पद की गरिमा का तो ध्यान रखा होता. उन्होंने कहा कि जब मैं सच बोलता हूं तो लोग कहते है कि ओवैसी भड़काऊ भाषण देता है. उन्होंने कहा कि मेरी बात किसी की समझ में नहीं आती तो यह उनकी समस्या है, मेरी नहीं.

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- लोग चाहते हैं कि मैं जालिम का साथ दूं, लेकिन में जालिम का साथ देने की बजाय मजरूव का साथ देता हूं. पीड़ित चाहे हिन्दू हो या फिर मुसलमान. ओवैसी ने कहा कि कानपुर में 80 साल के एक बुजुर्ग की दाढ़ी नोची गयी, उसके जिस्म पर पेशाब किया गया और लोग चाहते हैं कि मैं उनका जिक्र तक नहीं करूं, तो ऐसा कैसे हो सकता है. उन्होंने कहा कि कानपुर में मेरे द्वारा दिये गए बयान के 45 सेकेंड के वीडियो से लोगों को परेशानी है. लेकिन 45 मिनट का वीडियो किसी ने नहीं देखा.

उन्होंने कहा कि बीजेपी एवं अन्य सेक्युलर राजनीतिक पार्टियां मुसलमान के दिमाग से खेल रही हैं, लेकिन मुसलमानों को जुनून पैदा करने की जरूरत है, क्योंकि जुनून से ही मंजिल मिलती है. उन्होंने सीएए के विरोध में हुए दंगे में मारे गए लोगों के प्रति भी सहानुभूति जतायी. साथ ही अपने कार्यकर्ताओं से यह भी कहा कि वह मृतकों के परिजनों तक मेरी यह बात जरुर पहुंचा दें कि ओवैसी इनकी मौत से काफी दुखी है.

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ओवैसी ने अलीगढ़ के एक विधायक का जिक्र किया और कहा कि जिस तरह जयंत चौधरी ने उन्हें अपने साथ खड़ा करने से इनकार कर दिया, यह मुसलमानों का अपमान है. लेकिन इसके लिए मैं जयंत चौधरी को नहीं, बल्कि अपनों को जिम्मेदार मानता हूं, क्योंकि वह उनके मंच पर गए क्यों. उनके लिए यह मंच तैयार है. उन्होंने योगी सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि यह सरकार काम काज करने की बजाय जिलों का नाम बदलने पर ज्यादा ध्यान दे रही है.

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