फिरोजाबाद: कहावत है कि मंजिलें उन्हीं को मिलती हैं जिनके सपनों में जान होती है. पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है. फिरोजाबाद जिला कारागार में बंद दिव्यांग कैदियों ने भी कुछ ऐसा ही कर दिखाया. विश्व दिव्यांगता दिवस के मौके पर जेल में आयोजित कार्यक्रम में दिव्यांग बंदियों ने न केवल दौड़ कर दिखाया बल्कि मंच पर डांस भी किया.
जेल में बंद दिव्यांग बंदियों की प्रतिभा देख दंग रह गए लोग
विश्व दिव्यांगता दिवस के मौके पर फिरोजाबाद जिला कारागार पर बंद दिव्यांग बंदियों के लिए खेलकूद और डांस प्रोग्राम का आयोजन किया गया. जिसमें दिव्यांग बंदियों ने बढ़चढ़ कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया.
कैदियों को सम्मानित करते जेलर
फिरोजाबाद: कहावत है कि मंजिलें उन्हीं को मिलती हैं जिनके सपनों में जान होती है. पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है. फिरोजाबाद जिला कारागार में बंद दिव्यांग कैदियों ने भी कुछ ऐसा ही कर दिखाया. विश्व दिव्यांगता दिवस के मौके पर जेल में आयोजित कार्यक्रम में दिव्यांग बंदियों ने न केवल दौड़ कर दिखाया बल्कि मंच पर डांस भी किया.