फिरोजाबाद: कोरोना की दूसरी लहर थम चुकी है और तीसरी लहर को लेकर लोग दहशत में है. तीसरी लहर में बच्चों के सर्वाधिक संख्या में संक्रमित होने की आशंका और अलर्ट के साथ सरकारी तंत्र भी बीमारी से निपटने की व्यवस्थाओं में जुट गया है. फिरोजाबाद जिले की बात करें तो यहां के मेडिकल कॉलेज में बच्चों के लिए 50 बेड का आइसीयू वार्ड पीकू बनाया गया है. स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की मानें तो इस वार्ड में बच्चों की जान बचाने के लिए सभी तरह की जीवन रक्षक मशीनें स्थापित की गई हैं.
कोरोना की दूसरी लहर इस बार युवाओं की जिंदगी पर भी भारी पड़ी है. ऐसा नहीं कि इस लहर से बुजुर्गों की मौत न हुई हो, लेकिन युवाओं की मौत भी बहुतायत में हुई है. कितनी महिलाओं का सुहाग उजड़ा, कितने बच्चे अनाथ हो गए, कितने बुजुर्गों की बुढ़ापे की लाठी छिन गई, इसका अभी तक कोई लेखा जोखा नहीं है. सरकारी आंकड़े जो भी कहते हों, लेकिन जमीनी हकीकत और श्मसान के आंकड़े कुछ और ही बताते हैं. फिरोजाबाद जिले की बात करें तो सरकारी आंकड़े बताते है कि यहां करीब नौ हजार मरीज संक्रमित हो चुके हैं और 150 मरीजों की जान जा चुकी है.
इसे भी पढ़ें: कबूतर का खून बिखेर कर रची किडनैप की कहानी, विरोधियों को फंसाने की थी साजिश
दूसरी लहर तो अब शांत हो चुकी है, लेकिन तीसरी लहर के अलर्ट ने सरकार और स्वास्थ्य महकमे की नींद को उड़ा दिया है. वैज्ञानिकों की चेतावनी के मुताबिक, तीसरी लहर में बच्चे ज्यादा संक्रमित होंगे. जानकारों के अलर्ट के बाद स्वास्थ्य महकमे ने बीमारियों से लड़ने की तैयारियों को अंतिम रूप देने की कोशिश शुरू कर दी है. जिला अस्पताल के कार्यवाहक सीएमएस डॉ. आलोक शर्मा ने बताया कि जिला अस्पताल का जो कोविड वार्ड है, उसमें 50 बेड की बढ़ोतरी कर उसे 172 से बढ़ाकर 222 का कर दिया गया है. इसके अलावा 50 बेड का एक और वार्ड स्थापित किया गया है, जिसमें सभी जीवन रक्षक मशीनें मौजूद हैं.