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फिरोजाबाद फिर बनेगा आलू उत्पादों का सरताज, किसानों को मिलेगा सही दाम - firozabad potato crop

ओडीओपी योजना में फिरोजाबाद के आलू की फसल का चयन किया गया है. योजना के तहत प्रसंस्करण में लगी इकाइयों को प्रोत्साहित किया जायेगा.

फसल की देखरेख करता किसान.
फसल की देखरेख करता किसान.
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Published : Dec 23, 2020, 3:47 PM IST

फिरोजाबाद: ओडीओपी की तर्ज पर किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के मकसद से केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन प्रसंस्करण योजना लागू की गई है. इस योजना के जरिये खाद्य प्रसंस्करण में लगी इकाइयों को प्रोत्साहित किया जायेगा. ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि जिले में आलू से बनने वाली चीजों की इकाइयां लग सकें और आलू के मामले में किसान आत्मनिर्भर बन सकें.

आलू किसानों को राहत देगी सरकार.

ओडीओपी यानी एक जनपद, एक उत्पाद की तर्ज पर सरकार उद्योगों को गति देने की कोशिश कर ही रही है. साथ ही किसानों के लिए भी एक जनपद, एक प्रोजेक्ट योजना लागू की गयी है. इस योजना में फिरोजाबाद जिले की आलू की फसल का चयन किया गया है. योजना के तहत प्रसंस्करण में लगी इकाइयों को प्रोत्साहित किया जायेगा. फिरोजाबाद प्रमुख रूप से आलू उत्पादक जिलों में गिना जाता है, जहां लगभग 55 हजार हेक्टेयर जमीन में आलू की खेती होती है. यहां प्रसंस्करण इकाई के लगाए जाने की मांग चुनावी मुद्दा तक बन चुकी है.

फिरोजाबाद में 55 हजार हेक्टेयर जमीन पर आलू की खेती होती है.
फिरोजाबाद में 55 हजार हेक्टेयर जमीन पर आलू की खेती होती है.

जिला उद्यान अधिकारी विनय कुमार यादव ने बताया कि इस योजना के तहत जो इकाई है, उनकी टेक्नोलॉजी को उच्चीकृत किया जाएगा. या फिर नई इकाइयों को लगाया जायेगा. उन्होंने बताया कि इस स्कीम के तहत लाभार्थी को 35 फीसदी या फिर अधिकतम 10 लाख रुपये की सब्सिडी खाते में भेजी जायेगी. उन्होंने बताया कि यह योजना लघु उद्योगों के लिए है. जिले में पहले ऐसे उद्योगों की संख्या 200 के आसपास थी, जो अब घटकर 12 रह गयी है.

आलू की खेती.
आलू की खेती.

फिरोजाबाद: ओडीओपी की तर्ज पर किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के मकसद से केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन प्रसंस्करण योजना लागू की गई है. इस योजना के जरिये खाद्य प्रसंस्करण में लगी इकाइयों को प्रोत्साहित किया जायेगा. ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि जिले में आलू से बनने वाली चीजों की इकाइयां लग सकें और आलू के मामले में किसान आत्मनिर्भर बन सकें.

आलू किसानों को राहत देगी सरकार.

ओडीओपी यानी एक जनपद, एक उत्पाद की तर्ज पर सरकार उद्योगों को गति देने की कोशिश कर ही रही है. साथ ही किसानों के लिए भी एक जनपद, एक प्रोजेक्ट योजना लागू की गयी है. इस योजना में फिरोजाबाद जिले की आलू की फसल का चयन किया गया है. योजना के तहत प्रसंस्करण में लगी इकाइयों को प्रोत्साहित किया जायेगा. फिरोजाबाद प्रमुख रूप से आलू उत्पादक जिलों में गिना जाता है, जहां लगभग 55 हजार हेक्टेयर जमीन में आलू की खेती होती है. यहां प्रसंस्करण इकाई के लगाए जाने की मांग चुनावी मुद्दा तक बन चुकी है.

फिरोजाबाद में 55 हजार हेक्टेयर जमीन पर आलू की खेती होती है.
फिरोजाबाद में 55 हजार हेक्टेयर जमीन पर आलू की खेती होती है.

जिला उद्यान अधिकारी विनय कुमार यादव ने बताया कि इस योजना के तहत जो इकाई है, उनकी टेक्नोलॉजी को उच्चीकृत किया जाएगा. या फिर नई इकाइयों को लगाया जायेगा. उन्होंने बताया कि इस स्कीम के तहत लाभार्थी को 35 फीसदी या फिर अधिकतम 10 लाख रुपये की सब्सिडी खाते में भेजी जायेगी. उन्होंने बताया कि यह योजना लघु उद्योगों के लिए है. जिले में पहले ऐसे उद्योगों की संख्या 200 के आसपास थी, जो अब घटकर 12 रह गयी है.

आलू की खेती.
आलू की खेती.
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