फिरोजाबाद: देश के प्रधानमंत्री आज यानि कि 20 अगस्त को जिले की महिलाओं के एक स्वयं सहायता समूह से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बात करेंगे. इन महिलाओं ने 'बेकार को आकार' देने का काम किया है. जिन चीजों को हम कबाड़ समझकर फेंक देते हैं, उनको इकट्ठा कर ये महिलाएं रचनात्मक और जनपयोगी बनाती हैं. नगर निगम इस कार्यक्रम की तैयारियों में जुटा हुआ है. स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत फिरोजाबाद का नाम चुना गया है.
पीएम मोदी के कार्यक्रम के मद्देनजर फिरोजाबाद नगर निगम के जीवाराम हाल को तैयार किया गया है. इसमें उन वस्तुओं की प्रदर्शनी लगाई गई है, जिन्हें स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने बनाया है. यह सभी वस्तुएं उस कचड़े से बनी हैं, जिन्हें हम फेंक देते हैं. इस कचड़े को सबसे पहले इकट्ठा किया जाता है. उसके बाद इससे स्वयं सहायता समूह की महिलाएं सामान को तैयार करतीं है. यह सामान जनपयोगी तो है ही साथ ही सुंदर और कलात्मक भी है. यह स्वयं सहायता समूह ऐसा कर आत्मनिर्भर भी बना रहा है.
फिरोजाबाद नगर निगम में जश्न का माहौल है, क्योंकि जिन महिलाओं ने यह काम कर दिखाया है, उन्हें ट्रेनिंग नगर निगम ने ही दी है. स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत देश के चार अलग-अलग शहरों के लाभार्थियों से प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये रूबरू होंगे, जिनमें बिहार के मुंगेर शहर के शौचालय लाभार्थी, मैसूर (कर्नाटक) के सफाईकर्मी, करनाल (हरियाणा) के कबाड़ बीनने वाले और यूपी के फिरोजाबाद शहर की महिलाएं शामिल हैं, जिन्होंने कबाड़ से उपयोगी सामान बनाया है.
नगर आयुक्त विजय कुमार ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के तहत पीएम मोदी गुरुवार को अवार्ड का वितरण करेंगे. इसमें फिरोजाबाद की महिलाओं के एक स्वयं सहायता समूह को भी चुना गया है.
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