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पौधरोपण हो गया, संरक्षण का नहीं हैं इंतजाम

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Published : Jul 6, 2021, 11:22 AM IST

उत्तर प्रदेश में सरकार ने बड़ी संख्या में पौधरोपण का कार्यक्रम चालाया है. 4 जुलाई को प्रदेश में 25 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया था, जिसके अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से पौधरोपण का कार्यक्रम आयोजित किया गया. लेकिन इन पौधों के संरक्षण के लिए उचित कदम नहीं उठाए जा रहे हैं. पौधे संरक्षण के आभाव में या तो सूख जा रहे हैं या फिर जानवर उन्हें निवाला बना रहे हैं.

संरक्षण के आभाव में सूख रहे पौधे
संरक्षण के आभाव में सूख रहे पौधे

फिरोजाबादः उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश भर में बड़ी संख्या में पौधरोपण के लिए वृहद कार्यक्रम चलाया है. बीते रविवार को प्रदेश में 25 करोड़ पोधरोपण के लक्ष्य के साथ सरकार ने बड़ा कार्यक्रम भी चलाया. यह इसी साल नहीं बल्कि सत्ता में आने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस कार्यक्रम को प्राथमिकता के आधार पर संचालित करते हैं. लेकिन पौधरोपण के बाद उन पौधों का क्या होता है, कितने पौधे जीवित बचे इसका न तो सरकार को पता है और न ही वन विभाग को. फिरोजोबाद में ईटीवी भारत पौधरोपण की जमीनी हकीकत जानी तो चौंकाने वाले खुलासे हुए.

दरअसल, योगी सरकार ने पौधरोपण के लिए सिर्फ वन विभाग ही नहीं निर्भर रहती, बल्कि सभी सरकारी विभागों को एक निश्चित लक्ष्य देकर पोधरोपण किया जाता है. लेकिन इन पौधों के संरक्षण की जिम्मेदारी वन विभाग की होती है. हालत यह है कि बड़ी संख्या में लगाए गए पौधे या तो संरक्षण के आभाव में सूख गए या फिर उन्हें आवारा जानवरों ने उन्हें निवाला बना लिया.

संरक्षण के आभाव में सूख रहे पौधे

असुरक्षित स्थानों पर लगा दिए गए पौधे

ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने के दबाव में कहीं भी पौधरोपण कर दिया गया है. फिरोजाबाद में पार्कों के किनारे बिना किसी ट्री गार्ड के पौधों को रोपित कर दिया गया. पार्क में बाउंड्री भी नहीं है. आलम यह है कि पार्क में बच्चों के खेलने के दौरान कुछ पौधे टूट जाते हैं, या फिर उन्हें आवारा जानवर खा लेते हैं. वन विभाग या फिर सोसाइटी से संबंधित कोई भी जिम्मेदार इन पौधों की सुध लेने दोबारा नहीं आता है और दूसरे साल फिर उन्हीं स्थानों पर पौधरोपण कर दिया जाता है.

पढ़ें- सीएम योगी ने लगाया चंदन का पौधा, कहा- पर्यावरण है तो जीवन है

फिरोजाबाद में लगे करीब तीस लाख पौधे

बीते चार जुलाई को बिशेष अभियान भी चलाकर प्रदेश भर में करोड़ों पौधों का रोपण किया गया. फिरोजाबाद जिले में भी तीस लाख के करीब पौधे रोपित किये गए. इस अभियान में वन विभाग के साथ-साथ अन्य सरकारी विभागों को भी शामिल किया गया था. जिले भर में सरकारी भूमि पर इन पौधों का रोपण किया गया था. इन वृक्षों में फलदार के साथ-साथ औषधीय पौधों का रोपण किया गया है, लेकिन इन रोपित पौधों के संरक्षण के लिए ट्री गार्ड तक नहीं लगाए गए है.

फिरोजाबाद के गांधी पार्क में रोपित पौधों का हाल देखा तो पता चला कि यहां किसी भी पौधे को ट्री गार्ड से संरक्षित नहीं किया गया है.यहां आसपास आवारा जानवर भी विचरण करते रहते है. ऐसे में ये पौधे जानवरों का निवाला भी बन सकते है. यह स्थान ऐसा अकेला नहीं है, जहां इन पौधे के संरक्षण में लापरवाही बरती गयी हो. एक जुलाई से लेकर अब तक जो भी पौधे रोपित किये गए हैं, किसी मे भी ट्री गार्ड नहीं लगाए गए है.

प्रभागीय वनाधिकारी स्वतंत्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि विभाग इन पौधों के संरक्षण के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं. जहां भी पौधे मृत हो गए हैं, वहां दूसरे पौधे लगाकर उसका स्थान भरा जाता है. वन विभाग उनके संरक्षण की पूरी कोशिश कर रहा है. दूसरे विभाग भी अपने लगाए पौधों के संरक्षण के लिए कदम उठा रहे हैं.

फिरोजाबादः उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश भर में बड़ी संख्या में पौधरोपण के लिए वृहद कार्यक्रम चलाया है. बीते रविवार को प्रदेश में 25 करोड़ पोधरोपण के लक्ष्य के साथ सरकार ने बड़ा कार्यक्रम भी चलाया. यह इसी साल नहीं बल्कि सत्ता में आने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस कार्यक्रम को प्राथमिकता के आधार पर संचालित करते हैं. लेकिन पौधरोपण के बाद उन पौधों का क्या होता है, कितने पौधे जीवित बचे इसका न तो सरकार को पता है और न ही वन विभाग को. फिरोजोबाद में ईटीवी भारत पौधरोपण की जमीनी हकीकत जानी तो चौंकाने वाले खुलासे हुए.

दरअसल, योगी सरकार ने पौधरोपण के लिए सिर्फ वन विभाग ही नहीं निर्भर रहती, बल्कि सभी सरकारी विभागों को एक निश्चित लक्ष्य देकर पोधरोपण किया जाता है. लेकिन इन पौधों के संरक्षण की जिम्मेदारी वन विभाग की होती है. हालत यह है कि बड़ी संख्या में लगाए गए पौधे या तो संरक्षण के आभाव में सूख गए या फिर उन्हें आवारा जानवरों ने उन्हें निवाला बना लिया.

संरक्षण के आभाव में सूख रहे पौधे

असुरक्षित स्थानों पर लगा दिए गए पौधे

ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने के दबाव में कहीं भी पौधरोपण कर दिया गया है. फिरोजाबाद में पार्कों के किनारे बिना किसी ट्री गार्ड के पौधों को रोपित कर दिया गया. पार्क में बाउंड्री भी नहीं है. आलम यह है कि पार्क में बच्चों के खेलने के दौरान कुछ पौधे टूट जाते हैं, या फिर उन्हें आवारा जानवर खा लेते हैं. वन विभाग या फिर सोसाइटी से संबंधित कोई भी जिम्मेदार इन पौधों की सुध लेने दोबारा नहीं आता है और दूसरे साल फिर उन्हीं स्थानों पर पौधरोपण कर दिया जाता है.

पढ़ें- सीएम योगी ने लगाया चंदन का पौधा, कहा- पर्यावरण है तो जीवन है

फिरोजाबाद में लगे करीब तीस लाख पौधे

बीते चार जुलाई को बिशेष अभियान भी चलाकर प्रदेश भर में करोड़ों पौधों का रोपण किया गया. फिरोजाबाद जिले में भी तीस लाख के करीब पौधे रोपित किये गए. इस अभियान में वन विभाग के साथ-साथ अन्य सरकारी विभागों को भी शामिल किया गया था. जिले भर में सरकारी भूमि पर इन पौधों का रोपण किया गया था. इन वृक्षों में फलदार के साथ-साथ औषधीय पौधों का रोपण किया गया है, लेकिन इन रोपित पौधों के संरक्षण के लिए ट्री गार्ड तक नहीं लगाए गए है.

फिरोजाबाद के गांधी पार्क में रोपित पौधों का हाल देखा तो पता चला कि यहां किसी भी पौधे को ट्री गार्ड से संरक्षित नहीं किया गया है.यहां आसपास आवारा जानवर भी विचरण करते रहते है. ऐसे में ये पौधे जानवरों का निवाला भी बन सकते है. यह स्थान ऐसा अकेला नहीं है, जहां इन पौधे के संरक्षण में लापरवाही बरती गयी हो. एक जुलाई से लेकर अब तक जो भी पौधे रोपित किये गए हैं, किसी मे भी ट्री गार्ड नहीं लगाए गए है.

प्रभागीय वनाधिकारी स्वतंत्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि विभाग इन पौधों के संरक्षण के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं. जहां भी पौधे मृत हो गए हैं, वहां दूसरे पौधे लगाकर उसका स्थान भरा जाता है. वन विभाग उनके संरक्षण की पूरी कोशिश कर रहा है. दूसरे विभाग भी अपने लगाए पौधों के संरक्षण के लिए कदम उठा रहे हैं.

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