फिरोजाबाद: जिले के शिकोहाबाद थाना क्षेत्र में आज मंगलवार की तड़के सुबह सब्जियों से भरा एक पिकअप लोडर अनियंत्रित होकर पलट गया. इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गयी, जबकि दो लोग घायल हो गए. बताया जा रहा है कि दोनों मृतक सब्जी व्यापारी थे, जो आगरा से लौट रहे थे. वहीं दोनों घायलों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.
बता दें, इटावा जनपद के जसवंत नगर थाना क्षेत्र के गांव निलोई निवासी 40 वर्षीय अनुज पुत्र देशराज, 35 वर्षीय रामू पुत्र सुरेश चंद्र सब्जी के व्यापारी हैं, जो दूसरे जिलों से सब्जी खरीदकर लाने के बाद उसे इटावा जिले में बेचते हैं. रोजाना की तरह यह लोग एक लोडर मैक्स गाड़ी लेकर आगरा के लिए गए थे. वहां से यह लोग दो अन्य लोगों के साथ सब्जी खरीद कर वापस लौट रहे थे. तभी आज मंगलवार की सुबह करीब पांच बजे रास्ते मे गाड़ी असंतुलित होकर पलट गयी. हादसे के बाद चीख पुकार मच गयी. राहगीरों ने घटना की जानकारी एम्बुलेंस और पुलिस को दी.
मौके पर पहुंची पुलिस ने एम्बुलेंस की मदद से पिकअप लोडर सवार चार लोगों को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा. जहां अनुज और रामू को डॉक्टरो ने मृत घोषित कर दिया. ड्राइवर मोनू एवं एक अन्य व्यक्ति का इलाज जारी है. इन्हें भी गंभीर चोटें आयीं है. इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक शिकोहाबाद बृजेश कुमार सिंह का कहना है कि प्रतापपुर चौराहे के पास लोडर गाड़ी पलटने की जानकारी पर पुलिस मौके पर गयी थी. सब्जी व्यापारी चारों घायलों को जिला अस्पताल भिजवाया था जिनमे से दो की मौत हो गयी है. मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है जो भी विधिक कार्रवाई होगी उसे अमल में लाया जायेगा.
इसे भी पढ़ें-अनियंत्रित डंपर का कहर, 9 घायल
यूपी में हर घंटे सड़क दुर्घटनाओं में औसतन तीन लोगों की होती हैं मौतें
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा गत वर्ष 31 अगस्त को जारी किए गए आंकड़ों पर गौर करें तो सड़क हादसों में होने वाली कुल मौतों का 15 प्रतिशत हिस्सा उत्तर प्रदेश का है. यह एक बड़ी संख्या है. सभी राज्यों में, यूपी ने 2019 में सबसे ज्यादा मौतें सड़क दुर्घटनाओं में दर्ज की हैं. 2019 में उत्तर प्रदेश में 23,285 लोगों की मौत हुई थी. आवारा पशुओं की एक्सप्रेस वे और राष्ट्रीय राजमार्गों पर बेखौफ आवाजाही और नशे में ड्राइविंग उत्तर प्रदेश में सड़क हादसों में होने वाली मौतों का सबसे बड़ा कारण बनते हैं. यूपी में हर घंटे सड़क दुर्घटनाओं में औसतन तीन लोगों की मौतें होती हैं. यूपी में हर साल 35 हजार सड़क हादसे होते हैं. करीब 22 हजार लोगों की असमय मौत हो जाती है. 71 फीसदी हादसे चालक की लापरवाही से होते हैं. वहीं 37 फीसदी हादसे ओवर स्पीड से होते हैं.