फिरोजाबाद : यूपी के जिन बड़े शहरों को स्मार्ट सिटी में शामिल किया गया है, उनमें फिरोजाबाद शहर भी है. लेकिन सड़कों पर पड़े कूड़े के बड़े-बड़े ढेर शहर को बदसूरत बना रहे हैं. हालांकि पिछले साल स्वच्छता के मामले में फिरोजाबाद शहर को पुरुस्कार भी मिला था, लेकिन जमीनी हकीकत इसके विपरीत है. शहर की कई सड़कें तो कूड़ा घर में तब्दील हो गईं हैं.
स्मार्ट सिटी योजना के तहत यूपी की योगी सरकार ने प्रदेश के जिन सात बड़े शहरों को इस योजना के लिए चुना है उनमें एक शहर फिरोजाबाद भी शामिल है. देश-विदेश में कांच के शहर के नाम से विख्यात फिरोजाबाद शहर को विकसित करने पर सरकार जोर दे रही है. शासन ने इन शहरों के विकास के लिए 175 करोड़ की धनराशि भी मंजूरी दे दी है.
फिरोजाबाद नगर निगम ने कार्यों की डीपीआर बनाकर शासन को भेज दी है. स्मार्ट सिटी योजना के तहत फिरोजाबाद शहर को साफ सुथरा बनाया जायेगा. इसके लिए साफ- सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. लेकिन नगर निगम की यह कवायद कागजों तक ही सीमित है. जमीनी हकीकत इसके विपरीत है. साफ-सफाई की हकीकत जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने सड़कों पर निकली तो कई सड़क ही कूड़ा घर में तब्दील दिखे.
शहर के जलेसर रोड, कोटला रोड, बौद्ध आश्रम, नई आबादी में तो सड़कों पर कूड़े के बड़े-बड़े ढेर दिखायी दिए. स्थानीय लोगों से बातचीत की गयी तो पता चला कि यह कूड़ा नियमित रूप से नहीं उठया जाता है. कभी तो दो-दो दिन बाद भी कूड़ा नहीं उठया जाता है. नगर निगम के रवैये से स्थानीय लोग काफी परेशान है. इस संबंध में नगर आयुक्त विजय कुमार का कहना है कि कूड़े को प्रतिदिन सुबह उठवाया जाता है. कुछ जगहों पर लोग फिर कूड़ा डाल देते हैं, जिसे 12 बजे तक उठवा लिया जाता है. शहर की सफाई व्यवस्था पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है.
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