फिरोजाबाद: जिले में कोरोना जांच में बड़ी लापरवाही सामने आई है. मुख्यमंत्री पोर्टल पर की गई शिकायत के मुताबिक जांच टीम ने पति-पत्नी के नमूने जांच लिए और पोर्टल पर पांच लोगों की जांच रिपोर्ट अपलोड कर दी. यह तीन लोग वह हैं, जिनकी जांच हुई ही नहीं. जांच टीम ने उनके केवल नाम पूछ लिए थे. इस मामले की शिकायत सामने आने के बाद सीएमओ ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
कोरोना की चेन तोड़ने के लिए टेस्टिंग की प्रक्रिया में तेजी लाई गई है. जगह-जगह पर नमूने लेकर लोगों की जांच की जा रही है. रिपोर्ट को पोर्टल पर अपलोड किया जाता है. फिरोजाबाद में भी कोविड-19 जांच की संख्या बढ़ाने के लिए टीमों की संख्या में इजाफा किया गया है. साथ ही उन्हें टारगेट भी दिया गया है कि उन्हें कितनी जांच प्रतिदिन सुबह करनी है. इसी टारगेट को पूरा करने के लिए फिरोजाबाद में स्वास्थ्य विभाग की टीमें फर्जीवाड़ा करने से नहीं चूक रही हैं.
जिले में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर की गई है. शिकायतकर्ता का नाम प्रदीप कुमार है, जो शहर के नजदीकी गांव मौढा के रहने वाले हैं. प्रदीप कुमार एक दिन अपनी पत्नी के साथ शहर आ रहे थे, तभी कोटला चुंगी पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने प्रदीप और उनकी पत्नी का नमूना ले लिया, जबकि उनके माता-पिता और बहन का नाम लिख लिया.
प्रदीप ने जब अपनी रिपोर्ट चेक करने के लिए पोर्टल ओपन किया तो वह दंग रह गए. प्रदीप के साथ उनकी पत्नी की रिपोर्ट तो पोर्टल पर थी ही, लेकिन प्रदीप के माता-पिता और बहन की रिपोर्ट भी पोर्टल पर थी. उनके पिता मुरादाबाद में हैं और मां और बहन घर पर थीं. उनका सैंपल तक नहीं लिया गया था. प्रदीप ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर की.
इस संबंध में सीएमओ डॉ. नीता कुलश्रेष्ठ का कहना है कि इस मामले की शिकायत सामने आने के बाद जांच कराई जा रही है, जो भी दोषी कर्मचारी हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.
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