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Flood in UP : फिरोजाबाद में तटवर्ती इलाकों में घुसने लगा यमुना का पानी, मथुरा में भी बिगड़े हालात

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Published : Jul 18, 2023, 6:05 PM IST

फिरोजाबाद में यमुना नदी में उफान (Flood in UP) से हालात बिगड़ने लगे हैं. तटवर्ती इलाकों में बारिश का पानी घुसने लगा है. प्रशासन ने एहतियातन एक गांव को खाली करा दिया है.

मथुरा में प्रभारी मंत्री ने टीम के साथ देखे हालात.
मथुरा में प्रभारी मंत्री ने टीम के साथ देखे हालात.
फिरोजाबाद में एसडीएम ने दौरा कर जायजा लिया.

फिरोजाबाद : हरियाणा के हथिनी कुंड से काफी मात्रा में पानी छोड़े जाने से यमुना उफान पर है. इससे तटवर्ती गांवों में पानी घुसने लगा है. टूण्डला का गांव ठार भूरा के चारों तरफ पानी भर गया है. स्थिति को भांपते हुए प्रशासनिक अधिकारियों ने मंगलवार को पीएसी के एक्सपर्ट्स की मदद से गांव को खाली करा दिया. ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है.

खतरे के निशान से ऊपर बह रही यमुना : हरियाणा के हथिनीकुंड से अधिक मात्रा में पानी छोड़े जाने से यमुना नदी खतरे से निशान से ऊपर बह रही है. दिल्ली में तो बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. यमुना नदी के आसपास अन्य जो शहर या गांव हैं, वहां भी तेजी से हालात बिगड़ रहे हैं. मथुरा में भी यमुना नदी के घाट डूबने लगे हैं. फिरोजाबाद के टूण्डला तहसील में कई गांव ऐसे हैं जहां होकर यमुना नदी गुजरती है. ऐसे में थाना नगला सिंघी क्षेत्र के कई गांव की फसलें यमुना नदी में डूब गयीं है. हालांकि अभी तक गनीमत यह रही कि यमुना नदी का पानी किसी गांव में नहीं घुसा था. सोमवार को ग्रामीणों ने प्रशासन को फोन कर जानकारी दी कि गांव ठार भूरा में यमुना नदी का पानी घुस गया है. जानकारी मिलने पर टूण्डला के एसडीएम सत्येंद्र सिंह सोमवार और मंगलवार दोनों दिन बाढ़ राहत टीम के साथ नाव में बैठकर गांव पहुंचे. उन्होंने ग्रामीणों को दूसरे स्थान पर शिफ्ट कराया.

तटवर्ती गांवों पर प्रशासन की नजर : एमडीएम ने बताया कि यमुना नदी में आए उफान को लेकर प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है. यमुना नदी के जो तटवर्ती गांव हैं, उन पर नजर रखी जा रही है. गांव ठार भूरा के बारे में जानकारी मिली थी तो तत्काल गांव का विजिट किया गया. ग्रामीणों को ऊंचे स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया है. उनके भोजन, दवा आदि का भी प्रबंध किया जा रहा है.

यह भी पढ़ें : आगरा में यमुना के जलस्तर ने बढ़ाई लोगों की धड़कनें, 1978 जैसी बाढ़ का डर!

मथुरा में प्रभारी मंत्री ने टीम के साथ देखे हालात.

मथुरा में भी बाढ़, प्रभारी मंत्री ने लिया जायजा : मथुरा में मंगलवार को रुक-रुक कर हो रही बारिश से यमुना नदी का जलस्तर फिर से बढ़ गया. जिला प्रशासन द्वारा ड्रोन कैमरे से ली गई तस्वीरों से स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है. देहात क्षेत्र के सैकड़ों गांव बाढ़ की चपेट में हैं. शहरी क्षेत्रों में कॉलोनियों में पानी भरने से हजारों लोग प्रभावित हुए हैं. मैदानी इलाकों में हो रही मूसलाधार बारिश और हथिनी कुंड बैराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी से यमुना नदी खतरे के निशान से तीन मीटर ऊपर बह रही है. मंगलवार को जिला प्रभारी मंत्री संदीप सिंह ने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया. अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाढ़ क्षेत्र में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाए. राहत सामग्री मुहैया कराई जाए. जनपद के सैकड़ों गांव प्रभावित हुए हैं. जिला प्रशासन, एनडीआरएफ और नगर निगम की टीमों के द्वारा 3000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है. प्रभारी मंत्री संदीप सिंह ने बताया कि आने वाले एक से 2 दिनों में पानी और बढ़ने की संभावना है. यमुना के किनारे कोई भी व्यक्ति न जाए.

यह भी पढ़ें : गोकुल में चली नाव, मगरमच्छ और सांपों से खौफ में लोग

फिरोजाबाद में एसडीएम ने दौरा कर जायजा लिया.

फिरोजाबाद : हरियाणा के हथिनी कुंड से काफी मात्रा में पानी छोड़े जाने से यमुना उफान पर है. इससे तटवर्ती गांवों में पानी घुसने लगा है. टूण्डला का गांव ठार भूरा के चारों तरफ पानी भर गया है. स्थिति को भांपते हुए प्रशासनिक अधिकारियों ने मंगलवार को पीएसी के एक्सपर्ट्स की मदद से गांव को खाली करा दिया. ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है.

खतरे के निशान से ऊपर बह रही यमुना : हरियाणा के हथिनीकुंड से अधिक मात्रा में पानी छोड़े जाने से यमुना नदी खतरे से निशान से ऊपर बह रही है. दिल्ली में तो बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. यमुना नदी के आसपास अन्य जो शहर या गांव हैं, वहां भी तेजी से हालात बिगड़ रहे हैं. मथुरा में भी यमुना नदी के घाट डूबने लगे हैं. फिरोजाबाद के टूण्डला तहसील में कई गांव ऐसे हैं जहां होकर यमुना नदी गुजरती है. ऐसे में थाना नगला सिंघी क्षेत्र के कई गांव की फसलें यमुना नदी में डूब गयीं है. हालांकि अभी तक गनीमत यह रही कि यमुना नदी का पानी किसी गांव में नहीं घुसा था. सोमवार को ग्रामीणों ने प्रशासन को फोन कर जानकारी दी कि गांव ठार भूरा में यमुना नदी का पानी घुस गया है. जानकारी मिलने पर टूण्डला के एसडीएम सत्येंद्र सिंह सोमवार और मंगलवार दोनों दिन बाढ़ राहत टीम के साथ नाव में बैठकर गांव पहुंचे. उन्होंने ग्रामीणों को दूसरे स्थान पर शिफ्ट कराया.

तटवर्ती गांवों पर प्रशासन की नजर : एमडीएम ने बताया कि यमुना नदी में आए उफान को लेकर प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है. यमुना नदी के जो तटवर्ती गांव हैं, उन पर नजर रखी जा रही है. गांव ठार भूरा के बारे में जानकारी मिली थी तो तत्काल गांव का विजिट किया गया. ग्रामीणों को ऊंचे स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया है. उनके भोजन, दवा आदि का भी प्रबंध किया जा रहा है.

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मथुरा में प्रभारी मंत्री ने टीम के साथ देखे हालात.

मथुरा में भी बाढ़, प्रभारी मंत्री ने लिया जायजा : मथुरा में मंगलवार को रुक-रुक कर हो रही बारिश से यमुना नदी का जलस्तर फिर से बढ़ गया. जिला प्रशासन द्वारा ड्रोन कैमरे से ली गई तस्वीरों से स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है. देहात क्षेत्र के सैकड़ों गांव बाढ़ की चपेट में हैं. शहरी क्षेत्रों में कॉलोनियों में पानी भरने से हजारों लोग प्रभावित हुए हैं. मैदानी इलाकों में हो रही मूसलाधार बारिश और हथिनी कुंड बैराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी से यमुना नदी खतरे के निशान से तीन मीटर ऊपर बह रही है. मंगलवार को जिला प्रभारी मंत्री संदीप सिंह ने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया. अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाढ़ क्षेत्र में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाए. राहत सामग्री मुहैया कराई जाए. जनपद के सैकड़ों गांव प्रभावित हुए हैं. जिला प्रशासन, एनडीआरएफ और नगर निगम की टीमों के द्वारा 3000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है. प्रभारी मंत्री संदीप सिंह ने बताया कि आने वाले एक से 2 दिनों में पानी और बढ़ने की संभावना है. यमुना के किनारे कोई भी व्यक्ति न जाए.

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