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दम घुटने से हुई थी कछुओं की मौत, तालाब के पानी में नहीं थी ऑक्सीजन, प्राणी उद्यान की रिपोर्ट में खुलासा

फिरोजाबाद में पिछले दिनों तालाब में मृत पाए गए 6 कछुओं की जांच रिपोर्ट में चौंकानेवाले खुलासे हुए हैं. प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक तालाब का पानी बेहद दूषित है और इसमें ऑक्सीजन की मात्रा काफी कम होने से कछुओं की मौत हुई.

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Published : Sep 15, 2022, 11:46 AM IST

तालाब.
तालाब.

फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में पिछले दिनों एक गांव के तालाब में 6 कछुओं की मौत हो गई थी. इस मामले में जांच रिपोर्ट्स के बाद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि तालाब का पानी बेहद दूषित है और उसमें ऑक्सीजन की मात्रा काफी कम है जो कछुओं की मौत की वजह बनी.

जनपद की सदर तहसील इलाके के गांव लुहारी के बाहर स्थित एक तालाब में पिछले सप्ताह भयंकर बदबू ने ग्रामीणों को परेशान कर रखा था. तालाब की जब जांच हुई तो पता चला कि उसमें 6 कछुए मृत पड़े थे. मामला हाईलाइट हुआ तो जानकारी मिलते के बाद वन विभाग और प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की टीम ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल की थी.

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जहां तालाब के पानी को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा था तो वहीं कानपुर के प्राणी उद्यान में मृत कछुओं का पोस्टमार्टम भी हुआ था. दोनों ही रिपोर्ट आ गई. जिसमें चौंकानेवाले खुलासे हुए हैं. दरअसल, पीसीबी की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ कि तालाब का पानी बेहद जहरीला है और उसमें ऑक्सीजन की भी मात्रा काफी कम है. प्राणी उद्यान द्वारा वन विभाग को भेजी रिपोर्ट में कछुओं की मौत का कारण उनकी दम घुटना बताया गया.

क्षेत्रीय वन अधिकारी स्वतंत्र कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि तालाब के पानी की गुणवत्ता को सुधारने के लिए पंचायती राज विभाग को पत्र भेजा जाएगा. उन्होंने बताया कि विभिन्न रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि पानी मे ऑक्सीजन की कमी थी और कछुओं की मौत दम घुटने से हुई है.

इसे भी पढ़ें- नगर निगम ने गंदे तालाब का ही प्रधानमंत्री से करा दिया लोकार्पण

फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में पिछले दिनों एक गांव के तालाब में 6 कछुओं की मौत हो गई थी. इस मामले में जांच रिपोर्ट्स के बाद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि तालाब का पानी बेहद दूषित है और उसमें ऑक्सीजन की मात्रा काफी कम है जो कछुओं की मौत की वजह बनी.

जनपद की सदर तहसील इलाके के गांव लुहारी के बाहर स्थित एक तालाब में पिछले सप्ताह भयंकर बदबू ने ग्रामीणों को परेशान कर रखा था. तालाब की जब जांच हुई तो पता चला कि उसमें 6 कछुए मृत पड़े थे. मामला हाईलाइट हुआ तो जानकारी मिलते के बाद वन विभाग और प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की टीम ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल की थी.

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जहां तालाब के पानी को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा था तो वहीं कानपुर के प्राणी उद्यान में मृत कछुओं का पोस्टमार्टम भी हुआ था. दोनों ही रिपोर्ट आ गई. जिसमें चौंकानेवाले खुलासे हुए हैं. दरअसल, पीसीबी की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ कि तालाब का पानी बेहद जहरीला है और उसमें ऑक्सीजन की भी मात्रा काफी कम है. प्राणी उद्यान द्वारा वन विभाग को भेजी रिपोर्ट में कछुओं की मौत का कारण उनकी दम घुटना बताया गया.

क्षेत्रीय वन अधिकारी स्वतंत्र कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि तालाब के पानी की गुणवत्ता को सुधारने के लिए पंचायती राज विभाग को पत्र भेजा जाएगा. उन्होंने बताया कि विभिन्न रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि पानी मे ऑक्सीजन की कमी थी और कछुओं की मौत दम घुटने से हुई है.

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