फिरोजाबाद: जिले में परंपरागत खेती किसानों के लिए घाटे का सौदा बन गई है. फसल में आए दिन होने वाले नुकसान से परेशान किसान अब फसल का रुख बदलने लगे है. जिले के किसानों का रूख अब फूलों की खेती की तरफ होने लगा है. इस बार तो लॉकडाउन में फूलों की खेती करने वाले किसानों को भी घाटा हुआ, लेकिन अब उन्हें अच्छे व्यापार और अच्छी कमाई की उम्मीद है. जिले का उद्यान विभाग की फूलों की खेती को प्रमोट करने के मकसद से कई रियायत दे रहा है.
प्रकृति की सुंदरता में चार चांद लगाते है फूल
फूल भला किसे सुंदर नहीं लगते. यह प्रकृति की शोभा तो बढ़ाते ही है साथ ही यह अब किसानों की आय का जरिया भी बने हुए हैं. बात करें जिले की तो इस जिले में गेंहू, धान, बाजरा या फिर सब्जियों की खेती ही परम्परागत रूप से होती थी. लेकिन इस खेती में मुनाफे की कोई गारंटी नहीं है. फसलों के भाव गिर जाने की वजह से यह फसलें किसानों के लिए घाटे की सौदा बन गई है. यही वजह है कि किसानों का परम्परागत फसलों से मोह भंग होता जा रहा है और यहां के किसानों ने भी फूलों की खेती करना शुरू किया है.
उद्यान विभाग देता है फूलों की खेती पर अनुदान
उद्यान विभाग के अफसर भी किसानों को फूलों की खेती करने की सलाह दे रहे हैं. उद्यान विभाग के प्रयास से जिले में 50 से 60 किसान फूलों की खेती कर रहे हैं. जनपद के सिरसागंज, शिकोहाबाद, नारखी ब्लॉक में किसान फूलों की खेती के प्रति जागरूक हुए है. उद्यान विभाग के अधिकारी विनय यादव ने बताया है कि सरकार फूलों की खेती करने पर साढ़े 16 हजार प्रति हेक्टेयर के हिसाब से अनुदान भी देती है. जहां तक इसके मुनाफे की बात है तो ढाई से तीन लाख रुपया प्रति एकड़ के हिसाब से किसान इसमें मुनाफा कमा सकते हैं. पैदावार की बात करें तो इसकी पैदावार ढाई सौ से 300 कुन्तल तक प्रति बीघा के हिसाब से होती हैं, लेकिन इसका भाव सीजन के हिसाब से मिलता है. दिवाली और शादियों के सीजन, अन्य त्योहारी सीजन पर इसका भाव 30 से 50 रुपया तक पहुंच जाता है. सामान्य दिनों में इसका भाव 20 रूपया किलो ही बिकता है.
किसानों को इस बार अच्छे भाव की उम्मीद
किसानों को इस बार अच्छे भाव की उम्मीद है. शिकोहाबाद इलाके के गांव चितावली निवासी किसान अमित कुमार का कहना है कि इस बार लॉकडाउन में काफी आर्थिक तंगी को झेलना पड़ा. लॉकडाउन में न तो शादियों में फूल बिके और न ही मंदिर खुले, लेकिन इस बार काफी उम्मीदें है. त्योहारी सीजन के साथ साथ शुरू होने वाले शादी समारोहों से भी काफी उम्मीदें है.