फिरोजाबाद: जिले में बढ़ती डेंगू की महामारी और स्वास्थ्य विभाग पर उठते सवालों के बीच मेडिकल कॉलेज प्रशासन अपनी व्यवस्था को सुधारने में जुट गया है. अभी जहां डॉक्टरों की कमी की बात कही जा रही थी तो वहीं, प्रदेश के अलग-अलग जिलों से 15 से अधिक डॉक्टरों की आमद हो चुकी है. इसके अलावा अभी कुछ और डॉक्टर भी यहां आ सकते हैं. इसके अलावा मेडिकल कॉलेज की नई बिल्डिंग में बच्चों के इलाज के लिए 100 अतिरिक्त बेडों की व्यवस्था की गई है. आगरा के अपर स्वास्थ्य निदेशक ने दावा किया है कि नए बेडों के इंतजाम के बाद किसी को कोई तकलीफ नहीं होगी. इसके अलावा प्लेटलेट्स का भी पर्याप्त मात्रा में इंतजाम किया जा रहा है.
फिरोजाबाद में वायरल फीवर और डेंगू से मरने वालों का आंकड़ा 60 के आसपास पहुंच गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए 30 अगस्त को खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फिरोजाबाद आए थे. उन्होंने मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों से बात की थी और सुदामा नगर में जाकर स्थलीय हालातों का जायजा लिया था. उन्होंने निर्देश दिए थे कि मेडिकल कॉलेज में मैन पावर बढ़ाई जाय. इलाज में किसी तरह की लापरवाही न बरती जाए. उन्होंने नगर निगम और सीएमओ के प्रति भी नाराजगी जताई थी.
मुख्यमंत्री का कहना था कि जब जिलाधिकारी ने पत्र लिखकर इसे गंभीरता से लेने के लिए कहा था तो फिर सीएमओ और नगर निगम ने शासन तक इसकी जानकारी क्यों नहीं दी. इसी के मद्देनजर मुख्यमंत्री की नाराजगी को देखते हुए बुधवार को शासन ने सीएमओ डॉक्टर नीता कुलश्रेष्ठ को हटाकर अलीगढ़ जिला अस्पताल में वरिष्ठ परामर्शदाता बना दिया था. इधर शासन ने हापुड़ जनपद के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दिनेश कुमार प्रेमी को फिरोजाबाद का सीएमओ नियुक्त किया है.
सरकार की इतनी कोशिश के बाद भी महामारी रुकने का नाम ही नहीं रही है. प्रतिदिन 50 मरीज सामने आ रहे हैं. इन्हें भर्ती करने के लिए मेडिकल कॉलेज में बेड भी कम पड़ गए हैं. मेडिकल कॉलेज में जो वार्ड है उसकी क्षमता 100 मरीजों की भर्ती करने की है, लेकिन यहां पर 300 से ज्यादा मरीज भर्ती हैं. इसके बाद भी यहां पर लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. लिहाजा बेडों की कमी को देखते हुए उच्चाधिकारियों के निर्देश के बाद इस मेडिकल कॉलेज में सौ बेड और बढ़ाए गए हैं.
इसे भी पढ़ें: फिरोजाबाद में बुखार का कहर जारी, परिवार के लोगों ने बतायी दर्दभरी दास्तान
सौ शैय्या अस्पताल के बगल में जो नई बिल्डिंग है उसमें 100 बेडों का इंतजाम किया गया है. यह वार्ड एक-दो दिन में काम करना शुरू कर देगा. अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ. एके सिंह का कहना है कि मेडिकल कॉलेज में 15 से 20 डॉक्टरों की अतिरिक्त तैनाती हो चुकी है. इसके अलावा बेडों की संख्या बढ़ने से मरीजों को भर्ती करने में कोई समस्या नहीं आएगी.