फिरोजाबाद: जनपद में बुधवार की शाम को आसमान से ओलों की बेमौसम बरसात हुई. ओले की बरसात से मौसम एक बार फिर सर्द हो गया. वहीं, इस बारिश से फसलों में भी काफी नुकसान है. खासकर सरसों और गेहूं की फसल में काफी नुकसान की आशंका जताई जा रही है.
बुधवार को होली का त्यौहार मनाया गया. दिन भर लोग रंगों के पर्व होली के उल्लास में डूबे रहे. वहीं, शाम को आफत की जमकर बरसात हुई. आसमान से तेज पानी के साथ ओले भी गिरे. अचनक बेमौसम बरसात होने से लोग हक्के बक्के रह गए. बरसात के बाद मौसम सर्द हो गया. लोगों ने रखे हुए गर्म कपड़े फिर से बाहर निकाल लिए. वहीं. ओलावृष्टि ने किसानों के चेहरों पर शिकन ला दी. सबसे ज्यादा प्रभावित इलाका शिकोहाबाद तहसील का खैरगढ़ क्षेत्र रहा है. जहां बरसात के ज्याद तेज ओले भी गिरे.
इस इलाके के गांव ख़ैयातान, रैपुरा, बबाइन, कनवारा, प्रतापपुर, ऐरनी सनौरा, रढऊआ के अलावा भी आसपास के तमाम गांवों में रहने वाले किसान इस प्राकृतिक आपदा के शिकार हुए. किसानों ने बताया कि इस ओलावृष्टी से पकी खड़ी सरसों और गेंहू, बेजर की फसल में काफी नुकसान हुआ है. गांव कनवारा निवासी किसान दयाशंकर ने बताया कि उनकी चार बीघा सरसों की फसल इस ओलावृष्टी की भेंट चढ़ गई है. हम लोगों का यही आय का साधन था.
गांव रैपुरा निवासी बृजेन्द्र का कहना था कि उनकी 8-10 बीघा गेंहू की फसल का भी काफी नुकसान हुआ है. आधे से ज्यादा खड़ी फसल को बारिश के कारण जमीन पर बिछ गई है. किसानों की मांग है कि उनकी फसल में जो नुकसान हुआ है, सरकार को उसका सर्वे करना चाहिए और हमारी मदद करनी चाहिए. इस बाबत जब जिला कृषि अधिकारी रविकांत को फोन किया गया तो उनका फोन उठा नहीं.