फिरोजाबादः जिले में कोरोना संक्रमण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. जिले में सक्रिय केसों की संख्या बढ़कर 200 से ऊपर पहुंच गई है. इसके बावजूद आलम यह है कि लोग कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे हैं. हद तो यह है कि सरकारी दफ्तरों में भी पूर्व में स्थापित की गयीं कोविड हेल्प डेस्क निष्क्रिय पड़ीं हैं.
15 दिन में बढ़ी चिंता
बीते 15 दिन में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से उछाल आया है. प्रतिदिन 25 से 30 मरीज सामने आ रहे हैं. एक्टिव मरीजों का जो आंकड़ा घटकर 10 रह गया था, वह काफी बढ़ गया है. सरकार लगातार लोगों को जागरूक कर रही है कि वह सोशल डिस्टेंस, मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग करें जिससे इस बीमारी से बचा जा सके. सरकार वैक्सीनेशन पर भी ध्यान दे रही है लेकिन सरकार की इस चेतावनी के बाद भी लोग कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे हैं.
इसे भी पढ़ेंः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए RTPCR टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने के निर्देश
सरकारी दफ्तर में भी बदहाली
सरकारी दफ्तरों में भी बुरा हाल है. पूर्व में जो कोविड हेल्प डेस्क स्थापित की गयी थीं, उन पर भी कोई इंतजाम नहीं है. इन हेल्प डेस्क पर न कोई तैनात है, जिससे सरकारी दफ्तरों में आने जाने वालों का टेम्परेचर मापा जा सके. इसके अलावा सरकारी दफ्तरों में जो सैनिटाइजिंग मशीनें लगीं थीं, उनमें लंबे समय से सैनिटाइजर का इंतजाम नहीं है. इस संबंध में फिरोजाबाद की मुख्य विकास अधिकारी डॉ. नीता कुलश्रेष्ठ का कहना है कि सभी सरकारी दफ्तरों में कोविड हेल्प डेस्क एक्टिव करने के लिए सभी विभागाध्यक्षों को पत्र लिखा गया है. कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन होगा.