फिरोजाबादः जिले में फर्जी चिटफंड कंपनी बनाकर निवेशकों के 10 करोड़ से भी ज्यादा की धनराशि को ठगने के आरोपी चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोप है कि फिरोजाबाद के ही एक जालसाज ने अपनी पत्नी, बेटा और बेटी के साथ चिटफंड कंपनी बनाई थी. निवेशकों को थोड़े ही समय में धन दोगुना करने का लालच देकर 10 करोड़ से भी अधिक की धनराशि जमा कराई थी. बाद में यह लोग पैसा लेकर फरार हो गए थे. काफी समय से पुलिस इनकी तलाश कर रही थी.
2019 में मुकदमा दर्ज
थाना दक्षिण पुलिस ने बताया कि 27 मार्च 2019 में थाने पर केस दर्ज किया गया था. इस मामले में उमेश चंद्र शर्मा पुत्र राम स्वरुप शर्मा, सरिता शर्मा पत्नी उमेश शर्मा, काजल शर्मा पुत्री उमेश चंद्र शर्मा, विवेक शर्मा पुत्र उमेश शर्मा निवासी 590, लक्ष्मी नगर, जैन नगर खेड़ा थाना दक्षिण फिरोजाबाद के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था. आरोप था कि इन लोगों ने सतगुरु निधि प्राइवेट लिमिटेड, संकल्प इंफ्रा डेवलपर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड शाखा निहारिका कॉम्लेक्स आगरा गेट पर ऑफिस खोला और लोगों को थोड़े ही समय मे धन दोगुना करने का लालच देकर निवेशकों का 10-12 करोड़ रुपये जमा कराया. इसके बाद कंपनी फरार हो गई. केस दर्ज होने के बाद पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही थी. गुरुवार को थाना दक्षिण पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर कर जेल भेज दिया.
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जिला अस्पताल में आरोपियों ने किया हंगामा
आरोपियों को पकड़कर जेल भेजने से पहले जब थाना दक्षिण पुलिस उनका डॉक्टरी परीक्षण कराने जिला अस्पताल पहुंची तो आरोपियों ने मीडिया के सामने खूब हंगामा किया. आरोपी सरिता का कहना है कि उसका इस मामले से कोई लेना देना नहीं है. उसे तो बेवजह फंसाया जा रहा है. किसी से उसने पैसा नहीं लिया. इधर आरोपी उमेश का कहना है कि कंपनी के जिन लोगों ने घपला किया है पुलिस उन्हें नहीं पकड़ रही है जबकि हमारे पास कोर्ट का स्टे है. पुलिस उस स्टे को देख तक नहीं रही है.