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बिन मौसम बरसात से मिर्च की फसलों को नुकसान - chilli crop damaged due to rain in firozabad

फिरोजाबाद में दो दिन पहले बिन मौसम बरसात ने मिर्च की फसल को नुकसान पहुंचाया है. खेतों में पानी भरने से मिर्च के फूल झड़ गए हैं. फसलों की जड़ों और तने को खतरा पैदा हो गया है.

unseasonal rain in firozabad
फिरोजाबाद में मिर्च की फसल को नुकसान
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Published : Nov 18, 2020, 2:39 PM IST

Updated : Nov 18, 2020, 7:05 PM IST

फिरोजाबादः दो दिन पहले हुई बिन मौसम बरसात ने मिर्च की फसल को बर्बाद कर दिया. जिले में बड़ी संख्या में मिर्च की खेती होती है. यहां बिन मौसम बारिश के चलते मिर्च के फूल झड़ गए और खेतों में पानी भर जाने से जड़ों व तने के सड़ने का खतरा पैदा हो गया है.

बिन मौसम बरसात ने बढ़ाई मुश्किलें

10 हजार एकड़ में होती है मिर्च की खेती

जिले में वैसे गेहूं और आलू की फसल ही प्रमुखता से होती है. गेहूं जहां एक लाख एकड़ में होता है, तो वहीं आलू 50 हजार एकड़ में होता है. इसी के बीच नारखी इलाके में करीब 10 हजार एकड़ में मिर्च की फसल भी होती है. शिमला मिर्च की भी यहां पैदावार होती है.

मिर्च की खेती करने वाले किसानों को झटका

बिन मौसम बारिश से किसान चिंतित हैं. अब उन्हें मिर्च की फसल बर्बाद होने का डर सता रहा है. वहीं किसानों के साथ वैज्ञानिक भी मानते हैं कि पानी में मिर्च की खेती करने वाले किसानों को बड़ा झटका लग सकता है.

मिर्च के फूल झड़ने, जड़ सड़ने का खतरा

कृषि वैज्ञानिक ओमकार यादव बताते हैं कि बिन मौसम बरसात से मिर्च की फसल में 30 फीसदी तक नुकसान हुआ है. बारिश के चलते खेतों में पानी भरने से फूल झड़ने के साथ पत्तियों में सड़न फैल सकती है. कृषि वैज्ञानिक ओमकार यादव ने कहा किसानों को मिर्च की खेती में सावधानी बरतनी होगी. जिससे अधिक नुकसान को रोका जा सकता है. वहीं वैज्ञानिक मानते हैं कि जहां बिन बारिश बरसात से कुछ फसलों को नुकसान हुआ है, तो कुछ फसलों को इसका फायदा भी मिलेगा.

फिरोजाबादः दो दिन पहले हुई बिन मौसम बरसात ने मिर्च की फसल को बर्बाद कर दिया. जिले में बड़ी संख्या में मिर्च की खेती होती है. यहां बिन मौसम बारिश के चलते मिर्च के फूल झड़ गए और खेतों में पानी भर जाने से जड़ों व तने के सड़ने का खतरा पैदा हो गया है.

बिन मौसम बरसात ने बढ़ाई मुश्किलें

10 हजार एकड़ में होती है मिर्च की खेती

जिले में वैसे गेहूं और आलू की फसल ही प्रमुखता से होती है. गेहूं जहां एक लाख एकड़ में होता है, तो वहीं आलू 50 हजार एकड़ में होता है. इसी के बीच नारखी इलाके में करीब 10 हजार एकड़ में मिर्च की फसल भी होती है. शिमला मिर्च की भी यहां पैदावार होती है.

मिर्च की खेती करने वाले किसानों को झटका

बिन मौसम बारिश से किसान चिंतित हैं. अब उन्हें मिर्च की फसल बर्बाद होने का डर सता रहा है. वहीं किसानों के साथ वैज्ञानिक भी मानते हैं कि पानी में मिर्च की खेती करने वाले किसानों को बड़ा झटका लग सकता है.

मिर्च के फूल झड़ने, जड़ सड़ने का खतरा

कृषि वैज्ञानिक ओमकार यादव बताते हैं कि बिन मौसम बरसात से मिर्च की फसल में 30 फीसदी तक नुकसान हुआ है. बारिश के चलते खेतों में पानी भरने से फूल झड़ने के साथ पत्तियों में सड़न फैल सकती है. कृषि वैज्ञानिक ओमकार यादव ने कहा किसानों को मिर्च की खेती में सावधानी बरतनी होगी. जिससे अधिक नुकसान को रोका जा सकता है. वहीं वैज्ञानिक मानते हैं कि जहां बिन बारिश बरसात से कुछ फसलों को नुकसान हुआ है, तो कुछ फसलों को इसका फायदा भी मिलेगा.

Last Updated : Nov 18, 2020, 7:05 PM IST
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