फिरोजाबाद/लखनऊ : उत्तर प्रदेश की 7 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव में मतदान 3 नवंबर को होगा और चुनाव परिणाम की घोषणा 10 नवंबर को की जाएगी. इससे पहले सभी राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों के समर्थन में पार्टी के बड़े नेताओं ने चुनाव प्रचार करते हुए वोट मांगा. आज चुनाव प्रचार के आखिरी दिन रविवार की शाम 5 बजे पूरी तरह से चुनाव प्रचार थम जाएगा.
चुनाव प्रचार के आखिरी दिन सभी दल दिखाएंगे ताकत
आज आखिरी दिन सभी सातों जगहों पर प्रत्याशियों की तरफ से रोड शो जैसे आयोजन करते हुए अपनी ताकत दिखाने का काम हो रहा है. हालांकि चुनाव प्रचार में भारी भरकम भीड़, भारी भरकम तामझाम कम ही नजर आ रहा है. इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह कोविड-19 प्रोटोकॉल रहा. राजनीतिक दलों के साथ ही निर्दलीय उम्मीदवारों ने कोरोनावायरस के संकट काल को देखते हुए अपना चुनाव प्रचार सीमित संसाधनों के माध्यम से करने की कोशिश की. हालांकि कई जगहों पर भीड़भाड़ भी खूब रही.इन
विधानसभा सीटों पर हो रहे हैं उपचुनाव
उत्तर प्रदेश की जिन 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं उनमें फिरोजाबाद की टूंडला, उन्नाव की बांगरमऊ, बुलंदशहर की बुलंदशहर सदर, जौनपुर की मल्हनी, कानपुर की घाटमपुर, अमरोहा की नौगांव सादात, देवरिया की देवरिया सदर सीट शामिल हैं.
6 सीट पर भाजपा व एक पर सपा का था कब्जा
जिन 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं इनमें 6 पर भारतीय जनता पार्टी व एक (मल्हनी ) पर समाजवादी पार्टी का कब्जा था. अब भारतीय जनता पार्टी व समाजवादी पार्टी को अपना प्रदर्शन दोहराते हुए और अधिक बेहतर करने की चुनौती है.
फिरोजाबाद : टूंडला में हो रहे उपचुनाव के लिए भी तीन अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे. आज यानी कि रविवार को शाम पांच बजे चुनाव का शोर थम जाएगा. कल पोलिंग पार्टियां रवाना होंगी. चुनाव को लेकर प्रशासन मुस्तैद है, सुरक्षा के पुख़्ता इंतजाम रहेंगे. असमाजिक तत्वों पर पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की पैनी नजर रहेगी. कल आगरा के आईजी ने भी टूंडला का दौरा किया था. उन्होंने लोगों से भयमुक्त वातावरण में मतदान की अपील भी की थी.
3.64 लाख वोटर करेंगे मतदान
फिरोजाबाद जिले की टूंडला विधानसभा सीट की सीमा आगरा और एटा जनपद से लगती है. यह सीट साल 1952 में अस्तित्व में आई थी. उल्फत सिंह चौहान यहां से पहले विद्यायक चुने गए. इस सीट पर कुल 3 लाख 64 हजार 444 वोटर हैं जो प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे. इससे पहले साल 2017 के चुनाव में 3 लाख 49 हजार 525 वोटर थे, जो इस बार बढ़ गए हैं. इस सीट पर बीते चार दशकों में जो विधायक जीते हैं उनका विवरण इस तरह है.
1980- गुलाब सेहरा (congress)
1986- अशोक सेहरा (congress)
1989- ओम प्रकाश दिवाकर (janta dal)
1991- ओम प्रकाश दिवाकर (janta dal)
1993- रमेश चंद्र चंचल (sp)
1996- शिव सिंह चक (bjp)
2002- मोहनदेव शंखबार (sp)
2007- राकेश बाबू (bsp)
2012- राकेश बाबू (bsp)
2017- एसपी बघेल (bjp)
मैदान में हैं 10 प्रत्याशी
टूंडला में हो रहे विधानसभा उपचुनाव में कुल 10 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनकी किस्मत का फैसला 3.64 लाख वोटर करेंगे. इस सीट पर मुख्य मुकाबला बीजेपी, सपा और बसपा के बीच है. जबकि कांग्रेस प्रत्याशी का पर्चा पहले ही खारिज हो चुका है. एक नजर प्रत्याशियों पर-
1- महाराज सिंह धनकर- सपा
2- प्रेमपाल सिंह धनगर- भाजपा
3- संजीव कुमार चक- बीएसपी
4- भूपेंद्र कुमार- राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी
5- धर्मवीर- मौलिक अधिकार पार्टी
6- सतीश कुमार- परिवर्तन समाज पार्टी
7- अशोक कुमार- जन अधिकार पार्टी
8- भगवान सिंह- भारतीय किसान परिवर्तन पार्टी
9- मिथिलेश कुमार- निर्दलीय
10- सचिन कुमार- निर्दलीय