फिरोजाबादः जनपद में शुक्रवार को जिस बुजुर्ग ने नहर में छलांग लगाई थी, उनके शव को 3 दिन बाद रविवार को बाहर निकाल लिया गया. पारिवारिक विवाद के कारण उन्होंने यह कदम उठाया था. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.
ये था घटनाक्रम
शिकोहाबाद थाना क्षेत्र के गांव नौशहरा निवासी लाखन सिंह कुशवाहा ने शुक्रवार को अपनी स्कूटी को नहर के किनारे खड़ा किया था. छीछामई गांव के पास उन्होंने नहर में छलांग लगा दी थी. कुछ लोगों ने उन्हें नहर में कूदते हुए देखा भी था. इसके बाद घटना की जानकारी ग्रामीणों ने पुलिस को दी. स्कूटी के आधार पर लाखन सिंह की पहचान हुई थी. शुक्रवार को पुलिस और गोताखोरों ने लाखन सिंह को काफी ढूंढने की कोशिश की लेकिन न तो उनका शुक्रवार को सुराग मिला और ना ही शनिवार को.
बहता मिला शव
मामले में एक मोड़ तब आया जब लाखन सिंह का शव रेलवे कॉलोनी के पास नहर में बहता हुआ मिला. इसकी जानकारी किसी ने पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को बाहर निकाला और परिजनों को भी बुलाया. परिजनों ने बताया कि परिवार की कुछ लोगों से जमीन के बंटवारे को लेकर कुछ कहासुनी हुई थी, जिसके बाद उन्होंने खुद को अपमानित महसूस करते हुए नहर में छलांग लगाई. बुजुर्ग लाखन सिंह की जेब से एक कागज भी मिला है, जिसमें जमीन से जुड़ी कुछ बातें लिखीं हैं. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा है. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है जो तथ्य सामने आएंगे उसी के मुताबिक कार्रवाई होगी.