फिरोजाबादः यूपी के फिरोजाबाद जनपद में आठ नगरीय निकायों में से सात में बीजेपी ने बेशक जीत हासिल कर महापौर और चेयरमैन के पदों पर कब्जा कर लिया हो लेकिन हकीकत यह है कि भाजपा के जो बागी नेता थे जिन्होंने पार्टी से बगावत कर चुनाव लड़ा था उन्होंने भी पार्टी के नेताओं को अपनी ताकत का अहसास कराने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी. टूंडला सीट पर तो बीजेपी के ही बागी ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को हराकर अपनी ताकत का अहसास करा दिया.
बताते चलें कि फिरोजाबाद जनपद में कुल आठ नगरीय निकाय हैं जिनमें से फिरोजाबाद शहर नगर निगम, टूण्डला, सिरसागंज, शिकोहाबाद नगर पालिका, जसराना, मक्खनपुर, फ़रिहा, एका नगर पंचायते हैं. इन सभी में अध्यक्ष, सभासद पदों के लिए 4 मई को मतदान हुआ और 13 मई को रिजल्ट भी आ गया.
फिरोजाबाद नगर निगम में जहां बीजेपी की कामिनी राठौर मेयर चुनीं गईं तो वहीं शिकोहाबाद में बीजेपी की रानी गुप्ता, सिरसागंज से बीजेपी की रजनी जादौन, टूंडला से निर्दलीय और बीजेपी के बागी भंवरपाल सिंह नगरपालिका अध्यक्ष चुने गए है.
इसी तरह जसराना नगर पंचायत से बीजेपी के राजीव गुप्ता, एका से बीजेपी की माया देवी सागर, मक्खनपुर से बीजेपी की गीता देवी दिवाकर, फ़रिहा से बीजेपी की रेखा कुशवाह चेयरमैन चुनीं गयीं है.
बीजेपी के लिए वैसे तो अच्छी खबर है कि आठ में से सात निकायों में पार्टी ही जीती है और सपा, बसपा तो खाता भी नहीं खोल सके है. यह भी सच है कि बीजेपी के जो बागी नेता चुनाव मैदान में कूदे थे उन्होंने भी पार्टी के नेताओं को अपनी ताकत का अहसास करा दिया.
नगर निगम में महापौर के लिए निर्दलीय चुनाव लड़ने वालीं उज्जवल गुप्ता बीजेपी की ही बागी उम्मीदवार थीं और चौथे स्थान पर रहीं. उन्होंने 22 हजार से ज्यादा वोट हासिल कर अपनी ताकत का अहसास कराया है. टूण्डला में चेयरमैन बने भंवरपाल सिंह भी बीजेपी के ही बागी नेताओं में से एक थे जिन्होंने भी बीजेपी के प्रत्याशी दीपक राजौरिया को करारी शिकस्त देकर पार्टी नेताओं के टिकट के फैसले पर सवालिया निशान लगा दिया.
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