प्रयागराजः शहरी क्षेत्र में नगर निगम के 5 जोनल कार्यालय में लोगों की सुविधाओं के लिए जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने का काम किया जाता है. साल 2020 में जनवरी से नवंबर तक 19 हजार 29 लोगों ने जन्म प्रमाण पत्र बनवाया है. जबकि इस दौरान 7 हजार 895 लोगों का मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी किया गया.
प्रमाण पत्र इसलिए है जरूरी
जन्म प्रमाणपत्र एक ऐसा सर्टिफिकेट है, जिसके जरिये किसी व्यक्ति की गणना की जाती है. इस सर्टिफिकेट का सफर स्कूल में दाखिले के साथ शुरू होता है. जबकि नौकरी मिलने से लेकर रिटायर होने तक तारीख भी, इसी सर्टिफिकेट के जरिए तय होती है. किसी भी देश के विकास में जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र का अहम किरदार होता है. क्योंकि इसी के जरिये देश की जनगणना का आंकलन किया जाता है.
CRS पोर्टल के जरिए जारी किया जाता है प्रमाण पत्र
शासन के निर्देश के अनुसार फरवरी 2020 से जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम पोर्टल के जरिए किया जाने लगा है. शहर के सभी सरकारी अस्पताल भी सीआरएस पोर्टल से जुड़े हुए हैं. सरकारी हॉस्पिटल में जन्मे बच्चों का जन्म प्रमाणपत्र और वहां जिनकी मौत होती है, उनका मृत्यु प्रमाण पत्र इसी पोर्टल के जरिए दिया जाता है. वहीं शहर के निजी अस्पताल और नर्सिंग होम में होने वाले जन्म या मृत्यु की घटनाओं की सूचना सीएमओ कार्यालय के जरिए संबंधित जोन कार्यालय को दिया जाता है. जहां से सीआरएस पोर्टल पर जानकरी अपलोड कर दी जाती है. जिसके बाद जोनल कार्यालय पोर्टल से प्रमाण पत्र बनवाया जाता है. इसके अलावा घर या अन्य स्थानों पर होने वाले जन्म या मृत्यु पर लोग जोनल ऑफिस में ऑफलाइन जानकरी देकर प्रमाण पत्र बनवाते हैं.
जनवरी 2020 से जन्म और मृत्यु का आंकड़ा
महीना | जन्म | मौत |
जनवरी | 3422 | 938 |
फरवरी | 822 | 28 |
मार्च | 1916 | 229 |
अप्रैल | 985 | 229 |
मई | 1018 | 451 |
जून | 1245 | 816 |
जुलाई | 1933 | 932 |
अगस्त | 1593 | 892 |
सितंबर | 1776 | 1056 |
अक्टूबर | 2106 | 1088 |
नवंबर | 2213 | 900 |
नगर निगम के इंतजाम से शहरी संतुष्ट
नगर निगम के अलग-अलग जोनल कार्यालय में जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पहुंचे शहरी इस व्यवस्था से संतुष्ट दिखे. कटरा और खुल्दाबाद के जोनल कार्यालय में पहुंचे लोगों का कहना है कि कार्यालय में सही समय और तरीके से लोगों को प्रमाण पत्र बना कर दिया जा रहा है. इस दौरान किसी को कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा.