फिरोजाबादः जनपद के 85 सरकारी विद्यालयों का जल्द ही ध्वस्त कर दिया जायेगा. ये विद्यालय ऐसे हैं, जो काफी जर्जर हालत में हैं. इन जर्जर विद्यालयों में बच्चों की पढ़ाई खतरे से खाली नहीं है. तकनीक कमेटी की रिपोर्ट के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने इन विद्यालयों के ध्वस्तीकरण का फैसला किया है.
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अंजली अग्रवाल ने बताया कि जर्जर विद्यालयों के संबंध में शासन स्तर पर एक कमेटी बनी है. इसमें लोक निर्माण विभाग और लघु सिंचाई विभाग के इंजीनियर भी शामिल हैं. खंड शिक्षा अधिकारी जिन विद्यालयों की जांच कराने की संस्तुति करता है, ऐसे विद्यालयों को तकनीकी कमेटी के सामने पेश किया जाता है. इसके बाद कमेटी जो फैसला करती है, उसी के आधार पर कार्रवाई की जाती है.
बीएसए ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारियों की संस्तुति की बाद 140 विद्यालयों का मामला तकनीकी कमेटी के सामने पेश किया गया था. इनमें से 85 विद्यालयों के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई का फैसला हुआ है, जबकि अन्य विद्यालयों की मरम्मत करायी जायेगी.
गौरतलब है कि फिरोजाबाद के नारखी इलाके में पिछले दिनों एक विद्यालय का प्लास्टर गिर गया था. हालांकि प्लास्टर जब गिरा तब कोई भी स्टूडेंट क्लास में मौजूद नहीं था. अगर कोई स्टूडेंट क्लास में होता, तो बड़ा हादसा हो सकता था. ऐसी एक-दो घटनाओं के सामने आने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने जिले के जर्जर हो चुके 85 विद्यालयों को ध्वस्त कराने का फैसला किया है.
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